लखीसराय: सरकारी नौकरी मिल जाये बंधू तो फिर इस युग में आधा स्वर्ग तो इसी धरती पर मिल जाता है ..वजह साफ़ है प्राइवेट नौकरी मतलब काम जिम्मेदारी से करना होता है......लापरवाही का मतलब लात पिछारी पर और शरीर दफ्तर के बहार ...अब अगर सरकारी नौकरी है तो भला बदन में ऐठन तो रहता ही है ...काम कम कानून ज्यादा ..हर घंटे पान चाय और खैनी का रस लेना अलग से......नतीजा क्या होता है उदहारण के तौर पर पढ़िए इस खबर को सरकार के राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग द्वारा जिले के सभी अंचल कार्यालयों को अप-टू-डेट करने तथा सभी रिकार्ड की कम्प्यूटराइजेशन के साथ दुरूस्त करने का अभियान चलाया जा रहा है। जिला पदाधिकारी द्वारा हर माह अंचलवार समीक्षा की जा रही है तथा अपर समाहर्ता प्रत्येक अंचलों का निरीक्षण कर व्यवस्था को सुधारने में लगे हैं। बावजूद इसके अंचलों की कार्य संस्कृति अबभी पुराने ढर्रे पर चल रही है। न खाता न बही कर्मचारी जो लिख दिया वही सही के पैटर्न पर कार्य हो रहे हैं। अपर समाहर्ता 14 फरवरी को रामगढ़ चौक अंचल के बिल्लो हल्का कचहरी तथा लखीसराय अंचल कार्यालय का निरीक्षण कर संचिका व अभिलेखों की गहराई से जांच की तो इस बात का खुलासा हुआ कि अंचलाधिकारी द्वारा कभी भी हल्का के कार्यों का न तो निरीक्षण करते हैं न ही माहवार लेखा का सत्यापन करते हैं। यहां तक कि अंचल नाजीर द्वारा भी वसूली गई लगान राशि को समय पर जमा नहीं किया जाता है। अपर समाहर्ता मो. हासिम उद्दीन ने रामगढ़ चौक अंचल के हल्का कर्मचारी एवं अंचल निरीक्षक का वेतन पर रोक लगा दिया है तथा एक माह के भीतर हल्का के सभी पंजी, रक्षी संचिका, खतियान, खसरा पंजी को अपटूडेट करने का आदेश दिया है। एडीएम ने रामगढ़ चौक अंचल के निरीक्षण में जब लगान वसूली संबंधित चालू वर्ष का डिमांड रजिस्टर की मांग की तो तैयार नहीं था। जबकि हल्का कर्मचारी द्वारा वसूली गई लगान राशि को दो माह बाद जमा करने का भी मामला प्रकाश में आया। जांच क्रम में जमाबंदी पंजी व लगान रसीद पर किस वर्ष की राशि कब से कब तक की वसूली गई वह भी दर्ज नहीं पाया गया। जब एडीएम ने अंचल कार्यालय लखीसराय का निरीक्षण किया तो पाया कि संविदा पर बहाल प्रधान सहायक भरत सिंह की सेवा अवधि 31.12.11 को ही समाप्त हो चुकी है। बावजूद बिना विभागीय आदेश के वे कार्य करते हुए पाए गए। एडीएम ने जब अंचल नाजिर मनोज कुमार से रोकड़ पंजी प्राप्त कर जांच की तो पाया कि 2.09.11 के बाद 14 फरवरी 2011 तक पंजी का संधारण हुआ ही नहीं है। एडीएम ने सीओ दिनेश कुमार एवं अंचल नाजिर को प्रत्येक दिन रोकड़ बही का संधारण करने एवं कार्यालय के हर कार्य को गंभीरता से लेते हुए सही ढंग से करने का निर्देश दिया। जांच रिपोर्ट के अनुसार लखीसराय अंचल कार्यालय की स्थिति अच्छी नहीं पाई गई। .......
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