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बुधवार, 7 नवंबर 2012

हिंदुस्तान वाला पत्रकरवा सोनागाछी मे का कर रहा है जी।।।।।।।।।।।।।।।।।




पत्रकार साहब कोलकाता के दौरे पर है ......पहले भी एक दो बार कोलकाता आये है।लेकिन तब ये शहर कलकता हुआ करता था .......अरे आने का क्या पूछते है। टी एन सिंह किउल के थाना प्रभारी हुआ करते थे ...जब मन किया विन्नी भाई के साथ पहुँच जाते थे .....उस वक़्त पत्रकारों की बड़ी इज्जत थी ...लेकिन ये भाई लोग पत्रकार होने का धमकी कोलकाता के सोनागाची जैसे रंडी पारा मे रंडी सबको दिया करते थे ....लोग बताते है की उसवक्त दोनों पत्रकार भाई मैं बड़ी दोस्ती थी ...और दोनों को घरवाली से देह बाला सुख नहीं मिलता था।।।।काम का मारा दोनों बेचारा हथियार लेकर ...आग बुझाने सीधे कलकता आ जाता था ...उस वक़्त इ भाई लोगों को रण्डी से प्यार भी हो गया था।।।खैर रंडी किस की जोरू और भरुआ किसका साला ...पैसा ख़तम बात ख़तम।।।लेकिन काम पिपासा के बुझाने एक भार फिर एक पत्रकार साहब पहुंचे हैं हावड़ा ...कह तो रहे थे की सोना का जेवर दुकान के लिए खरीदेंगे ..लेकिन खोज रहे थे सोनागाची मैं लखीसराय बाजार के दलाल कालू का पता खता ......तिन दिन पत्रकार साहब को यंहा रहना हैं अब देखिये क्या क्या गुल खिलेगा।।।।जो भी होगा सब खबर देंगे अभी तो बस।।।पत्रकार साहब एके गाना गा रहे है .......होता पैंटवा कहे खुद बुदी रे माई .........

मंगलवार, 6 नवंबर 2012

पत्रकार साहब के बालू चोरी मे मैडम के डंडा से फट गया रे।।।।।।।।।।

पत्रकार जी परेशां है ......दिन रात सोचते है की कौन घड़ी मे चोरी वाला बालू चुराने का ख्याल आया था। मुआ चोरी के चक्कर मे इज्ज़त के साथ साथ धंधा भी चौपट हो गया ....रोना चाहे रो न पाए दिल कितना मजबूर है .....यही गाना बेचारे नब्बू पत्रकार भाई आज कल गा रहे है। दरअसल हुआ ये की लखीसराय मे  आई एक महिला पुलिस अधिकारी को किसी ने खबर पहुंचा दिया की .....मैडम जी ....लखीसराय थाना में एक नहीं तीन थानेदार आज कल बैठते है। मैडम सोच मे  पर गई .....एक थाना और तीन थानेदार ...जाँच के बाद पता चला की एक थानेदार पुलिस वाला दूसरा पत्रकार तीसरा पवनसुत दा . मैडम को आ गया गुस्सा ....बस क्या था मैडम ने पत्रकार साहब को थाना से बेज्जत करवा के बाहर निकाल   दिया। गुस्सा के मारे मैडम जी ने पत्रकार साहेब के उजरका बोलेरो को भी थाना मे  लगाने से मना करवा दी .....अब आपही बताइए की आप सुबह से शाम तक थाना मे  बैठ कर पुलिस वाला सारा काम कीजियेगा तो पुलिस क्या करेगा।अब लीजिये दुसरे का काम करने के चक्कर मे अपना काम ख़राब हो रहा है।पहले दलाली करके डी एम् तक पैरवी होता था।।।अब हाय रे किस्मत अपना ट्रेक्टर नहीं थाना से छुट रहा है ....उहे थाना मे जहा दिन भर बैठ के ...दोसर से पूछते थे। क्या बात है रे ला इधर दे ...क्या काम है रे,काहे थाना आया है।पत्रकार साहब के ट्रेक्टर को मैडम जी चोरी का बालू ले जाते पाकर ली है .................और बोल दी है की चोर चाहे जो कोई भी हो कानून अपना काम करेगा ......अब भाई जी परेशां है .....................पुराना दिन याद कर रहे है की कैसे क पुराना अटैची लेकर आये थे ......यंहा दलाली और चोरी के पांच स्वर्णिम साल के बाद ट्रेक्टर ,बोलेरो ,रायफल सब सम्पति बनाये ....लेकिन सब रख हो गया रे बाप्पा ......अब तो पान दोकान वाला भी कह देता है की बालू चोर पत्रकार इधर आओ .......लाठी वाला होमगार्ड तक अब हस्त है रे बाप्पा .......पत्रकार जी जार जार रोते है ........आजा तुझको पुकारे मेरे मित  रे,मेरे गीत रे ...............आजा मेरे प्यारे ट्रेक्टर रे आजा रे आजा ........


रविवार, 26 फ़रवरी 2012

होली की तैयारी के लिए विधायक जी बकरा बाँट रहे हैं क्या.................?

विधायक जी आज लखीसराय में बकरा बाँट रहे हैं ....


बकरा वितरण करते विधायक
लखीसरायः जिले में पशुपालन को बढ़ावा देने को लेकर रविवार को सदर प्रखंड  मुख्यालय स्थित जिला पशुपालन कार्यालय परिसर में बीपीएल परिवारों के बीच बकरा वितरण शिविर लगाकर समारोहपूर्वक बकरा bitran  किया गया। आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला पशुपालन पदाधिकारी डा.सुरेश चैधरी ने किया। जबकि समारोह को उद्घाटन क्षेत्रीय विधायक विजय कुमार सिन्हा ने दीप प्रज्जवलित कर किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधायक श्री सिन्हा ने कहा कि सरकार बकरा सभी पंचायतों में इसलिए दे रही ताकि बकरी पालन कर गरीबों को आर्थिक सहायता मिल सके। समारोह में जिले के 80 पंचायतों के 80 बीपीएल परिवारों के बीच विधायक श्री सिन्हा द्वारा बकरा का वितरण किया साथ ही साथ 500 रूपया आवागमन शुल्क के रूप में दिया गया। जिला पशुपालन पदाधिकारी डा. सुरेश चैधरी ने बताया कि बकरा द्वारा अपने-अपने पंचायतों में बकरियों के प्रजनन का कार्य करेंगी। इसके बदले में 20 रूपया प्रति बकरी शुल्क लिया जायेगा,जिससे प्राप्त राशि बकरें के रहन-सहन एवं खान-पान तथा बीमारियों कें ईलाज पर खर्च किया जायेगा। बकरा वितरण के उपरांत भागलपुर से आये प्रशिक्षक डा. मुकेश कुमार द्वारा बकरे के खान-पान,रख-रखाव,बीमारियों के लक्ष्य एवं बचाव से संबंधित विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि बकरों में ज्यादातर पीपीआर नामक बीमारी का खतरा होता है। इस बीमारी से अधिकांश मौतें हुई है। इसके अलावे बकरों में एचएस (अखारी),एफएमडी(खुरहा)आदि बीमारियां होती है। प्रशिक्षक डा. कुमार ने बीमारियों सें बचाव के लिए पीपीआर,एचएस,एफएमडी,आंत्रसोथ,इन्थ्रेक्स,पाॅक्स आदि टीके लगवाने की सलाह दी। यह टीके सभी पशु चिकित्सालयों में उपलब्ध कराये जाने की बात कही। इस मौके पर भाजपा के जिला महामंत्री दिलीप कुमार,मीडिया प्रभारी हिमांशु,नेता धर्मेंन्द्र कुमार मुकुल के अलावे रामगढ़ चैक के पशु चिकित्सा पदाधिकारी डा. वी के वर्मा,चानन के डा. सोनी,हलसी के डा. विनीता,डा. जागृति सिंह,बड़हिया के डा. अनुपम आदि उपस्थित थे। बकरा से लाभान्वित किये जाने वाले बीपीएल परिवारों में बलबीर यादव,रामप्रवेश रजक,विजय सिंह,गायत्री देवी,मधु देवी समेत दर्जनों शामिल थे।

शनिवार, 25 फ़रवरी 2012

लखीसराय में एडीबी बैंक से पैसे लेकर निकल रहे एक बुजुर्ग से पैसे छिनने की कोशिश की के बाद भीड़ के हाथ लगे युवक को जम कर पिटाई करते ...शिवम् प्लाई घर के मालिक ललन सिंह और उनके साथ कैमरे को बंद करने का दवाब देते बी जे पि नेता के भाई .........

शुक्रवार, 24 फ़रवरी 2012

विज्ञान की परीक्षा संपन्न, दो मुन्ना भाई के साथ कई सर्किट निष्कासित

 विज्ञान की परीक्षा संपन्न, दो मुन्ना भाई के साथ कई सर्किट निष्कासित

परीक्षा का निरीक्षण करती सीडीपीओ
लखीसरायः शुक्रवार को जिले के सभी 22 केन्द्रों पर बिहार माध्यमिक परीक्षा 2012 के तीसरे दिन सामाजिक विज्ञान विषय की परीक्षा आयोजित हुई। परीक्षा में कुल 15572 छात्र-छात्राओं में सें 173 छात्र-छात्राए अनुपस्थित पाई गई। जबकि परीक्षा में कदाचार के आरोप में 22 तथा 2 फर्जी परीक्षार्थी को परीक्षा से निष्कासित कर पुलिस के हवाले कर दिया गया। निष्कासित किये गए  छात्रों में केएसएस महाविद्यालय स्थित केन्द्र पर रोल  कोड 23514,क्रमांक,74,23505 क्रमांक 371 तथा 23509 क्रमांक 131,139,303 शामिल है। वहीं मध्य विद्यालय इंगलिष स्थित परीक्षा केन्द्र से रोल  कोड 23036 क्रमांक 356,446,256,386 एवं 374 एवं रोल  कोड 23035 क्रमांक 89 को निष्कासित किया गया। इसके अलावे बालिका विद्यापीठ स्थित उपरी तल पर बनाये गये परीक्षा केन्द्र से रोल  कोड 23004 क्रमांक 126,23032 क्रमांक 262,252 तथा निचली तल पर बने केन्द्र से राॅल कोड 23001 क्रमांक 64,166,167,281,323,458,501 एवं रोल  कोड 23016 क्रमांक 170 को परीक्षा में कदाचार करते पकड़े जाने पर परीक्षा से निष्कासित कर दिया गया। जबकि आर लाल महाविद्यालय स्थित परीक्षा केन्द्र पर विजेन्द्र कुमार रोल  कोड 23511 क्रमांक 91 के बदले में रंजन कुमार यादव एवं रामजानकी उच्च विद्यालय बालगुदर स्थित केन्द्र पर रामरतन प्रसाद रोल  कोड 23512 क्रमांक 99 के बदले संदीप कुमार नामक फर्जी परीक्षार्थी के परीक्षा में शामिल रहने पर निष्कासित करते हुए कारवाई हेतू पुलिस के हवाले कर दिया गया। हालांकि कदाचारमुक्त एवं स्वच्छ वातावरण में परीक्षा संचालित हो इसके लिए डीएमहृदयनारायण झा,एसपी चैरसिया चन्द्रषेखर आजाद,डीडीसी सुरेष चैधरी,एसडीओ विनय कुमार राय,एसडीपीओ राजवंष सिंह,डीईओ रामजी प्रसाद समेत जिले के अन्य प्रषासनिक अधिकारी परीक्षा केन्द्रों का निरीक्षण करते रहे। आर लाल महाविद्यालय स्थित परीक्षा केन्द्र पर भागलपुर जिले के पीरपैंती थाना क्षेत्र के कमलचक निवासी अभ्यर्थी विजेन्द्र कुमार पिता मंजी यादव राॅल कोड 23511 क्रमांक 0091 के बदले में फर्जी परीक्षार्थी भागलपुर जिले के कहलगांव थाना क्षेत्र के जगरनाथपुर गांव निवासी परमानंद यादव का पुत्र रंजन कुमार यादव परीक्षा दे रहा था। केन्द्राधीक्षक काॅलेज के प्राचार्य जयषंकर प्रसाद तथा स्टेटिक दंडाधिकारी सह जिला गव्य विकास पदाधिकारी अर्जुन प्रसाद द्वारा फर्जी अभ्यर्थी रंजन कुमार यादव को परीक्षा से निष्कासित कर कारवाई हेतू कबैया ओपी थाना के सुपूर्द कर दिया है।इधर रामजानकी उच्च् विद्यालय बालगुदर स्थित परीक्षा केन्द्र पर रामरतन प्रसाद राॅल कोड 23512 क्रमांक 99 के बछले में संदीप कुमार नामक फर्जी परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल था। जिसे नगर थाना पुलिस को सौंप दिया गया है।
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बुधवार, 22 फ़रवरी 2012

मैट्रिक परीक्षा में 11 मुन्ना भाई चीटिंग करते धराये,कदचार्मुकती की कसम खाए जिला प्रशासन ने दिखाया बाहर का रास्ता ....

मैट्रिक परीक्षा प्रथम दिन हुआ संपन्न,कदाचार के आरोप में हुये 11 निष्कासित
परीक्षा का निरीक्षण करते एसडीओ एवं एसडीपीओ
लखीसरायः मैट्रिक परीक्षा आरंभ होने के साथ ही प्रथम दिन अंग्रेजी विषय की परीक्षा में जिले के विभिन्न केन्द्रों से कदाचार के आरोप में परीक्षार्थियों कांे निष्कासित किया जाना शुरू हो गया। शहर में कुल 22 केन्द्रो पर आयोजित हो रही वार्षिक माध्यमिक परीक्षा 2012 में जिले भर के 15572 परीक्षार्थियों में सें 14447 ने हिस्सा लिया।जबकि 148 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। परीक्षा को षांतिपूर्वक एवं कदाचारमुक्त माहौल में संपन्न कराने के लिए जिलाधिकारी हृदयनारायण झा,पुलिस अधीक्षक चैरसिया चन्द्रषेखर आजाद,अनुमंडलाधिकारी विनय कुमार राय,अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी राजवंष सिंह,जिला षिक्षा पदाधिकारी रामजी प्रसाद समेत विभिन्न अधिकारी केन्द्रों का निरीक्षण करते रहे। परीक्षा के दौरान कदाचार के आरोप में मध्य विद्यालय हसनपुर केन्द्र से दो,केएसएस महाविद्यालय से तीन,पुरानी बाजार उच्च विद्यालय एवं बालिका विद्यापीठ निचला तल से एक-एकतथा डीएवी पब्लिक स्कूल स्थित परीक्षा केन्द्र से दो तथा नगर भवन से भी दो परीक्षार्थियों को निष्कासित किया गया। परीक्षा को कदाचारमुक्त एवं षांतिपूर्ण माहौल में संपन्न कराने के लिए दंडाधिकारी एवं पुलिस अधिकारी केन्द्रों पर कड़ी चैकसी के साथ तैनात दिखे।
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सोमवार, 20 फ़रवरी 2012

राम भरोसे हिन्दू होटल हाल लखीसराय राजस्व एवं भूमि सुधार बिभाग का


लखीसराय: सरकारी नौकरी मिल जाये बंधू तो फिर इस युग में आधा स्वर्ग तो इसी धरती पर मिल जाता है ..वजह साफ़ है प्राइवेट नौकरी मतलब काम जिम्मेदारी से करना होता है......लापरवाही का मतलब लात पिछारी पर और शरीर दफ्तर के बहार ...अब अगर सरकारी नौकरी है तो भला बदन में ऐठन तो रहता ही है ...काम कम कानून ज्यादा ..हर घंटे पान चाय और खैनी का रस लेना अलग से......नतीजा क्या होता है उदहारण के तौर पर पढ़िए इस खबर को  सरकार के राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग द्वारा जिले के सभी अंचल कार्यालयों को अप-टू-डेट करने तथा सभी रिकार्ड की कम्प्यूटराइजेशन के साथ दुरूस्त करने का अभियान चलाया जा रहा है। जिला पदाधिकारी द्वारा हर माह अंचलवार समीक्षा की जा रही है तथा अपर समाहर्ता प्रत्येक अंचलों का निरीक्षण कर व्यवस्था को सुधारने में लगे हैं। बावजूद इसके अंचलों की कार्य संस्कृति अबभी पुराने ढर्रे पर चल रही है। न खाता न बही कर्मचारी जो लिख दिया वही सही के पैटर्न पर कार्य हो रहे हैं। अपर समाहर्ता 14 फरवरी को रामगढ़ चौक अंचल के बिल्लो हल्का कचहरी तथा लखीसराय अंचल कार्यालय का निरीक्षण कर संचिका व अभिलेखों की गहराई से जांच की तो इस बात का खुलासा हुआ कि अंचलाधिकारी द्वारा कभी भी हल्का के कार्यों का न तो निरीक्षण करते हैं न ही माहवार लेखा का सत्यापन करते हैं। यहां तक कि अंचल नाजीर द्वारा भी वसूली गई लगान राशि को समय पर जमा नहीं किया जाता है। अपर समाहर्ता मो. हासिम उद्दीन ने रामगढ़ चौक अंचल के हल्का कर्मचारी एवं अंचल निरीक्षक का वेतन पर रोक लगा दिया है तथा एक माह के भीतर हल्का के सभी पंजी, रक्षी संचिका, खतियान, खसरा पंजी को अपटूडेट करने का आदेश दिया है। एडीएम ने रामगढ़ चौक अंचल के निरीक्षण में जब लगान वसूली संबंधित चालू वर्ष का डिमांड रजिस्टर की मांग की तो तैयार नहीं था। जबकि हल्का कर्मचारी द्वारा वसूली गई लगान राशि को दो माह बाद जमा करने का भी मामला प्रकाश में आया। जांच क्रम में जमाबंदी पंजी व लगान रसीद पर किस वर्ष की राशि कब से कब तक की वसूली गई वह भी दर्ज नहीं पाया गया। जब एडीएम ने अंचल कार्यालय लखीसराय का निरीक्षण किया तो पाया कि संविदा पर बहाल प्रधान सहायक भरत सिंह की सेवा अवधि 31.12.11 को ही समाप्त हो चुकी है। बावजूद बिना विभागीय आदेश के वे कार्य करते हुए पाए गए। एडीएम ने जब अंचल नाजिर मनोज कुमार से रोकड़ पंजी प्राप्त कर जांच की तो पाया कि 2.09.11 के बाद 14 फरवरी 2011 तक पंजी का संधारण हुआ ही नहीं है। एडीएम ने सीओ दिनेश कुमार एवं अंचल नाजिर को प्रत्येक दिन रोकड़ बही का संधारण करने एवं कार्यालय के हर कार्य को गंभीरता से लेते हुए सही ढंग से करने का निर्देश दिया। जांच रिपोर्ट के अनुसार लखीसराय अंचल कार्यालय की स्थिति अच्छी नहीं पाई गई। .......
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सूर्यगढ़ा से एक पत्रकार मित्र ने ये आलेख भेजा है

पैसों के अभाव में बंद हो गया पत्र-पत्रिकाओं का प्रकाशन
सूर्यगढ़ा:
सूर्यगढ़ा से एक पत्रकार मित्र ने ये आलेख भेजा है......इसे हम हु बहु प्रकशित कर रहे हैं......

 एक दौर था जब सूर्यगढ़ा की धरती से निकलने वाले पत्र पत्रिकाओं ने अलख की चिंगारी जलाई थी और एक दौर आज है जब पैसों की कमी के कारण सूर्यगढ़ा मुख्यालय से निकलने वाली पत्र-पत्रिकाएं बंद होती जा रही है। सूर्यगढ़ा साहित्यिक व सांस्कृतिक दृष्टि से उर्वर भूमी रहा है।यहां की पूरी आबादी अपने आप में साहित्य है।1974 में आपातकाल ने लोगो की जुबान पर ताला लगा दिया गया  था।जनता सरकार की नीतियों से ऐसा लगा था  कि मुंह पर ताला तो नही,किन्तु जवान खुलकर बोल सके,इसके लिए पेट की अंतड़ियों में जो बल चाहिए उसे समाप्त किया जा रहा था।इसी स्थिति में में सूर्यगढ़ा अंचल का पहला हिन्दी पत्र कोशिश  प्रकाशित  हुआ।इसने सूर्यगढ़ा में साहित्यिक माहौल बनाने में सहयोग किया।इसके माध्यम  से कई स्थानीय कवि-लेखक साहित्य मंच पर अवतरित हुए।इसका प्रवेशांक  वसंत अंक अप्रैल 1978 में प्रकाषित हुआ।यह एक अंतरर्देषीय पत्र था।इसका दूसरा अंक ग्रीष्म अंक कुछ हो कि रंग बदले सफेद मुर्दनी का पर केंद्रीत था।तीसरा अंक पावस अंक लेखक की आवाज पर केन्द्रित था। तो चैथा अंक सर्द अंक अभिव्यक्ति की स्वाधिनता पर केंन्द्रित था।अर्थाभाव के कारण इसके चार अंक ही निकल पायें।1978 में ही यहां से स्मृत्यायन प्रकाषित हुआ जो महादेव झा सुदेव के व्यक्तित्व और कृतित्व तथा षिक्षा पर केंन्द्रित था।इलाके के दर्जन से अधिक रचनाकारों ने इसमें सहयोग किया।इसके पूर्व 1976 में सच का प्रकाषन हुआ।जिसका काफी स्वागत हुआ।सितम्बर 1982 तक लागातार इस अंचल में सन्नाटा पसरा रहा किन्तु अक्टूबर 1982 में अंजनी आनंद ने मयूर का एक अंक निकाला।जिसमें दावा किया गया कि भेदभाव,वाद-गुट से उपर उठकर रचना चयन की कोषिष की गई।इसका दूसरा अंक नही निकल सका।जबकि साहित्य जगत ने विजय विनीत द्वारा संपादित कोषिष,सच,स्मृतयायन की तरह मयूर का भी स्वागत किया गयां।1983 में प्रत्रकार अभयदेव ने फिलहाल निकाला।षोषण,जुल्म,कुव्यवस्था और सामंतवाद के विरोध में जनवादी पत्र के रूप में राष्ट्रीय सीमा को लांधते हुए जापान के पत्र-पत्रिकाओं की भीड़ में अपनी पहचान कायम करने वाला यह पत्र काफी चर्चित रहा।टोकियो जापान से प्रकाषित ज्वालामुखि हिन्दी पत्र ने इसे वर्ष के चार पांच श्रेष्ठ पत्रों में एक बताया।अर्थाभाव के कारण दूसरे अंक की पांडुलिपि की रखी की रखी रह गई।वर्ष 1984 से 1993 तक सूर्यगढ़ा अंचल की पत्रकारिता में एक ठहराव सा आ गया।किन्तु वर्ष 1994 में राकेष रौषन ने अक्षत नामक मासिक पत्रकारिता का प्रकाषन प्रारंभ किया।जिसने दस वर्षो की खामोषी भंग की इसका प्रवेषांक भारतेन्दु हरिषचंद्र को समर्पित था।दूसरा अंक निराला को,तीसरा अंक आतंकवाद,उग्रवाद,नस्लवाद,एवं सम्प्रदायवाद के विरूद्ध संधर्ष करने वाली शक्तियों को समर्पित था।अंक 4,5,6 प्रकृति और नारी को तो 1999 का अंक डा.दिनानाथ सिंह पर केंन्द्रित और उन्ही को समर्पित था।1995 में ही उन्हें जनता महाविद्यालय के प्रभारी प्रर्चाय महेंद्र प्रसाद मिश्र ने महाविद्यालय परिवार के सहयोग से ज्ञापदीप पत्रिका का संपादन किया।इस बीच राजेंद्र राज ने श्रृगिभूमी के चार अंक निकाले। बाद में प्रियदर्षी पत्र का 2005 में एक अंक निकला। वर्तमान में यहां सन्नाटा छाया हुआ है।जबकि 60 के दषक में यहां से हस्तलिखित पत्र भारती के कई अंक निकले।यदि जनप्रतिनिधि सहयोग करें तो अब भी पत्र-पत्रिका एवं पुस्तकों का प्रकाषन संभव है।
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संपादक जी और एक महिला पत्रकार के बीच फेस बुक पर चैट,मस्तराम वाला अश्लील साहित्य भी इसके पीछे फीका लगेगा माई कसम पढ़िए तो सही ........
आई-नेक्स्ट, वाराणसी के संपादक विश्वनाथ गोकरण हमबिस्तर होने के लिए राजी लड़कियों को नौकरी का देते हैं आफर : विश्वनाथ गोकरण ने पूरे प्रकरण को खुद के खिलाफ साजिश करार दिया : संपादक लोग भी तो आखिर आदमी हो होते हैं. जाग गई होगी काम कुंठा. ऐसा होना स्वाभाविक भी है क्योंकि जब वे सुबह दस बजे से लेकर रात बारह बजे तक आफिस आफिस करते रहेंगे, पूरे चौदह घंटे तक, तब वे रोमांस सेक्स आदि के लिए वक्त कब निकालेंगे. इसी टाइम फ्रेम में ही कुछ नया तलाशेंगे. और, इसके लिए फेसबुक से बेहतर माध्यम क्या हो सकता है भला.
खुद ठहरे संपादक सो मीडिया में आने वाली लड़कियां या युवा महिला पत्रकार उनसे फेसबुक पर भला चैट क्यों न करें. और, कोई चैट करते करते देह तक देने की बात कर दे तो क्या कहना. सो, इसी तरह के घनचक्कर में फंस गए वाराणसी वाले विश्वनाथ गोकरण. जागरण समूह के बच्चा अखबार आई-नेक्स्ट के वाराणसी एडिशन के ये महोदय संपादक हैं. इनका एक बाला ने स्टिंग कर लिया. लड़की ने पहले अपना नाम व तस्वीर फर्जी तैयार किया. फिर गोकरण जी से जुट गई चैट करने व उन्हें पटाने में. लड़की ने पूरी चैट व पूरा प्रकरण एक समाचार पोर्टल के पास भेज दिया है.
चैट करिए, कोई गलत बात नहीं. सेक्स का प्रस्ताव करिए, कोई गलत बात नहीं, कोई उकसाये तो उत्तेजित हो जाइए, कोई गलत बात नहीं, पर भइया, नौकरी तो मत बांटिए इस नाम पर. नौकरी अगर देह देने पर देने लगेंगे तो आई-नेक्स्ट कुछ दिनों में रंडीखाने में तब्दील हो जाएगा. मेरिट की कद्र कीजिए. वैसे ही मीडिया का क्षेत्र सिफारिश के जरिए घटिया लोगों को नौकरियां देने के लिए बदनाम है. आप यह सब करके इस क्षेत्र के मुंह पर कुछ तमाचे और लगवा दोगे. सेक्स और प्रेम बुरा नहीं है. आप चैट में खूब रसीली बातें लिखें, कहें. हर आदमी ऐसा करने के लिए स्वतंत्र है क्योंकि यह उसका निजी मसला है. लेकिन जब आप किसी को हमबिस्तर होने के आफर के बाद नौकरी देने लगते हैं तो यह मसला थोड़ा व्यापक और गंभीर हो जाता है.
लड़की पूरी तैयारी से थी. इसीलिए उसने स्टिंग किया. लड़की ने स्टिंग के डिटेल भेजने से पहले एक लंबा पत्र उक्त पोर्टल के पास भेजा. इस पत्र के माध्यम से उसने बताया है कि वह संपादक महोदय को वाकई फांसना चाहती थी क्योंकि ये संपादक जी लड़कियों के मामले में थोड़े ढीले हैं और उन्हीं को सपोर्ट करते हैं जो उन्हें शारीरिक रूप से सपोर्ट करे.
लड़की और आई-नेक्स्ट, वारणसी के संपादक विश्वनाथ गोकरण के बीच कई दिनों तक हुए चैट का डिटेल नीचे दिया जा रहा है. इस पूरे मामले पर जब उक्त पोर्टल की तरफ से विश्वनाथ गोकरण से संपर्क किया गया तो उन्होंने सब कुछ को साजिश करार दिया. उन्होंने कहा कि उन्हें जानबूझ कर फंसाया और बदनाम किया जा रहा है.
फेस बुक चैट निचे है

Vishwanath Gokarn : Welcome Maniya. Take Care.

Tina Gupta : sir, aap bahut hi frndly lagte ho...mujhe aapse baat krne ka bahut maan krta hai...plz keep in touch sir...

Vishwanath Gokarn : Yes Maniya I am very much friendly. Whenever you want to talk me please feel free to call me on 09918200501. Will always in touch with you. Regards.

Tina Gupta : thanx sir, sure sir i wiil talk u. but aap ek editor ho mai comfrtable kaise ho paungi baat krne ko. u know sir i m devorcy n too much introverd. pta nai kyon aapko kisi ke frnd list me dekha aur aapko request bhej di. pr aapko dekh lga ki aap frndly hoge.mai apne home town aai to aapse jarur milungi.

Vishwanath Gokarn : Oh !!! Maniya, kya Editor insaan nahi hota ? Yes off course I am friendly & like a friend just like you. Don't be tensed, feel free. I will wait for your call. Introvert log achche hote hain. Unki aankhe bolti hain & dil behad paak saaf hota hai. I am waiting your call & trip. Take care.

Tina Gupta : ooo my god mai ek editor se baat kr rhi hun.ye soch kr hi mai khush ho ja rhi hun.really i need a frnd like u. u kno sir, maine kabhi socha hi nai tha ki ek editor mujhse baat krenge..mere dost to kai hain bt koi aisa nai jo dil ke pass lage bt aap mujhe bilkul apne se lage.gr8 sir.ya aftr divorce main kuch months dipressed thi bt ab aazad feel krti hun.haan ek kandha aisa hona chaiye jis pr sir rakh ker jab jee chahe roya ja ske.khushi me to kai saathi bn jate hain bt dukh me humesha akele hi rhi.bt now i m happy n free. thanx ki apko uper wale ne mujhe milaya.one thing i want to must tell u that ....i like u sir...

Tina Gupta : hello sir where r u???????????

Vishwanath Gokarn : Oh Maniya !!! I can't understand what's going on. I am always with you. If you get time please call.

Tina Gupta : sorry if i hurt u sir. mai call krna to chahti hun bt aapse kuch aur familier hone k baad. u kno sir mai yhan apne uncle-aunty k saath rhti hun.ghar me parivecy nai hai aur bahr baat krna mushkil hai bt mai aapse baat karungi.i m so happy ki aap mere saath ho. sir aapka office hr.kya hai. aap kab free rhte ho. mai vns kai baar aai hun.is baar aai to jarur milungi.

Tina Gupta : sir aap mere baare me kuch aur jaanna nai chahte.my life, my famil..... aap online kab rhte hai. hum chat bhi to kr sakte hai... mai raat 9 bje ke baad free ho jati hun.kya tab aap online mil skte ho.

Vishwanath Gokarn : No not at all. I am not hurt. yes will be meet at 9 sharp.


Vishwanath Gokarn : Hey !!!! where are you. I am waiting you since 9 o clock.

Tina Gupta : sorry sir i m late

Vishwanath Gokarn : kahan yhi?

Tina Gupta : meri byke khrab ho gai thi, i m so sorry

Vishwanath Gokarn : kaun si byke hai ?

Tina Gupta : activa. aap office me ho sir. u kno sir mai deer gai thi ki aap mere previos msg se naraj ho gye hoge

Vishwanath Gokarn : yes i am in office. where are you ?

Tina Gupta : wat happen sir

Vishwanath Gokarn : oh nooooo. aisi koi baat nahi hai. main tumse naraaj nahi hun. kya hun bataa nahi sakta.

Tina Gupta : i m in home. thanx sir

Vishwanath Gokarn : anyway what are you doing in indore.

Tina Gupta : mai bhasker me hun as a reporter.my beat is education. aap kab ghar jate ho

Vishwanath Gokarn : main subha 10.30 ko aata hun & night me pura edition chutne ke baad jaata hun. near about 12.30

Tina Gupta : ooo my god.

Vishwanath Gokarn : maniya kiski friend list me aapne mijhe dekha tha.

Tina Gupta : aap kaise mannage krte ho ghar n khud ko. ashutosh pandey ya rajnath tiwari ke list me. nt sure

Vishwanath Gokarn : karna padta hai. bagair mehanat ke maut bhi nahi milta. yahan to sawaal jindagi ka hai.

Tina Gupta : aap ki baaten bahut hi inspayering hoti hain, aap bilkul fit hain itne busy shedule ke bavajud, i dnt kno personaly. he sent me request. any problem

Vishwanath Gokarn : you are from varanasi or other city ?

Tina Gupta : i m frm allahabad. civil line me ghar hai mera, my father was in defence. bt he rest in peace

Vishwanath Gokarn : Maniya I am trying to know about you. I have n't problem with anybody else.

Tina Gupta : i m only chid of my mother. okk sir.

Vishwanath Gokarn : Oh sorry. Can you call me ? I will revert back.

Tina Gupta : i will try nt sure... becz my auny is closed

Vishwanath Gokarn : don't tensed. Feel free with me.

Tina Gupta : ya offcourse. sir kya mai vns aa kr aapse mil sakti hun. kya kuch time aap mere saath spend kr sakte ho

Vishwanath Gokarn : kab aa rahi ho ?

Tina Gupta : may b in march 1st week me. mom se mile kafi din ho gye hai. aap mere baare me aur kuch janna nai chahoge sir... i think ur busy....

Vishwanath Gokarn : bas ek baar abhi call karo. no not at all.

Tina Gupta : kaise bataun. aunty hain pass me. mai call subah 11.30 pr call krungi

Vishwanath Gokarn : kya huaa ? abhi kya dikat hai ?

Tina Gupta : aunty hai pass me. unke bache hai.

Vishwanath Gokarn : can I know your cell number ? haloooooooo. where are you ?

Tina Gupta : just wait sir. i ll call u at 11.30 am tomarrow. my sister is there

Vishwanath Gokarn : Hi Maniya, I am waiting your call from 11.30 but you didn't. Anyway, yesterday you had suddenly went offline. I can't understand the things. I fear from fake id, because on fb most of the female ids are fake. Don't take it otherwise some male's are blackmailing by female id. Main aapko iske pahale jaanta nahi tha, isi liye maine tamaam quairee ki. Call karne ke aagrha ke piche bhi mera makasad nitaant rup se yai tha taaki main aapko jaan sakun. Kal aapne mere saathi Vivek Srivastava se bhi pucha tha, are you online ? Jabki aap us waqt mujhase chat kar rahin thi, Mera irada aapko hurt karna nahi, sirf sach jaanana hai. Dard har insaan ki jindagi ka hissa hai. Agar main aapke hisse ka dard baant sakaa to mujhe khushi hogi.Bagair kisi umeed ya swarth ke. Ishwar aisaa na kare lekin jab kabhi pareshaani me pado sirf yaad karna, main tumhe haazir milunga. Bilkul tumhare kareeb. Yeh jaan lo ki main Bhagwaan nahi hun lekin uske behad kareeb hun. Please take care.

Tina Gupta : sorry i didnt call u bcz 2day is my off aur mai ghar k kaam me hi uljhe rh gai. bt very sad to kno ki aap mujhe samajh nai paye.ya maine vivek se ye pucha tha ki tum online ho pr isliye kyunki usne mujhe msg kiya tha aur usne mera uske photo pr diya comment delite kr diya tha. agar vo mujhe apna dost samhta tha to mera comment kyu delite kya ye mujhe janna tha. aapse chat ke waqt nai ye pucha tha ki R U ONLINE. i thin vo dopahar ka waqt tha.aap chen to vivek se puch sakte ho. is baren me ab aur mujhe safai nai deni bcz i m nt worng. maine to apke hi ek anya sahyogi ravindra se bhi msg ke throug baat ki bt vo baaten to formal thin. yadi aapko ye pasand nai to aap mujhe bta sakten hai.her kisi se dil ki baat nai kahi jati.lekin aapne to shuruvaat me muhj pr shaq kr liya. anyway sir mai aapko apna no de rhi hun aur aap check bhi kr lena bt vishvas ek baar dola to vo phir jamta nai.

Tina Gupta : my no is xxxxxxxxxx (edited). bt happy 2 kno ki aap ek ache insan ho. call kr ke check kr lena bt baat jyada nai kr paungi. mai to aapse milne ki soch rhi thi.agr fake hoti mai to milne kaise aati.baaton pr vishvas nai na aapko. aaj ke baad me sirf aapse hi, hello hi karungi. i promiss. maine vivek se 4.05 pm pr pucha tha ki r u online.

Vishwanath Gokarn : Are aap to naaraaj ho gayin. Yakeen mano Maniya mera irada tumhe hurt karne ka katee nahi tha. Main Vivek se thoda khula hua hun to usse pucha tha ki kya aap Maniya ko jaante hain? kyonki usne aapki beti ke pic par comment likha tha to usne kaha ki jaanta nahi hun par aaj usne mujhse on line hone ke baare me pucha tha. Anyway aap naraaj mat hona. Jaanti ho agar tum naaraj ho bhi jaaogi to main tumhe manaa lunga. Because you are my best friend. Ek to main dosti kam karta hun. Agar kar liya to use shiddat se nibhata bhi hun. Tumko lekar main thoda crazy hun. mujhe koi tum par shak nahi hai par mera maanana hai ki mera dost sirf mera hai. Please come to Banaras. Aapka ye banda sar jhukaaye salaam ki mudra me aapka istakbaal karne ko haazir hai. Sach batao ab to tum naraaj nahi ho na, meri dost ?

Tina Gupta : aap online ho sir... u kno mai ghar me hun. call recive nai kr sakti.plz try 2 understan. agar apko vishvas nai to mai age se aapse baat nai krungi. i read ur msg. n belive in bt u didnt. mai aazad ho kr bhi aazad nai hun. okk see u 2maro

Vishwanath Gokarn : MUJHE TUM PAR PURA YAKEEN HAI. Please fir aisa na kahana. I can understand. tumhe jab time mile to online chat kar lena. Please take care. Main hamesha tumhare saath hun.

Tina Gupta : i luv u . ur so sexy.........n hot. i need u. mai vo dungi aapko ki uska ahsaas kabhi bhul nai payenge. aap mujhe ye mauka doge na sir....kya aap bhi mujhse khul k milna chahte ho na???????? maniya needs ur luv ur sex. aap jaisa kahoge mai vaisa hi karungi.

Vishwanath Gokarn : yes main tumse khul kar milna chata hun. and sex to karunga hi. tum banaras kab aa rahi ho ?

Tina Gupta : as soon as possible. bt march 1st week me hi chutti mil payegi shayed, bt mai usse pahle aana chahungi. sirf aapke liye. u kno aapse baat krte hue hi i m xcited. mujhe gudgudi si ho rhi hai. kya ye sach hai.i cnt beleve sir.

Vishwanath Gokarn : halllllooooo where are you.

Tina Gupta : mai to kai baar lungi ek din me. aap se taiyaar rhna. where r u. i m online.

Vishwanath Gokarn : ok main dunga. tum kya logi & mujhe kya dogi ye batao.

Tina Gupta : oooo u naughty, mai khub nochungi tumhen. pagal ker dungi. may i say u tum.

Vishwanath Gokarn : you know i am from karnataka. my mother toung is kannada.

Tina Gupta : oooo really .i think u r maharastriyan

Vishwanath Gokarn : yes i want this type of sex. off course you should say me tum. ab bataoo ki ham aapke hain kaun ?

Tina Gupta : ayu r my sexest lover n fucker. fuck my like a rapiest

Vishwanath Gokarn : i can speak marathi also.

Tina Gupta : i want 2 see ur rakshakpaan. how many languages u kno.

Vishwanath Gokarn : maniya tum sirf meri ho na ?

Tina Gupta : ya my sexy luver. maniya is ur. jee chah rha hi aaj hi fuck karaun tumse.

Vishwanath Gokarn : bas aa jaao. tumhe baahon me daboch lene ka man kar raha hai. panty utaar lun tumhari ?

Tina Gupta : tumhari wife kasi hai bed pr.mai usse acchi hongi ye mera vaada hai.i m just 28 u kno. mujhe xpirenced aadmi ki jarurat hai. jo mujhe tarah tarh se chod sake

Vishwanath Gokarn : fir to tumhe chusne me bhi maza aayega. main tumhe kai taraha se chodunga. roj dogi na ?

Tina Gupta : ya. mai to roj hi nai din me kai baar dungi. mai suck bhi karungi

Vishwanath Gokarn : 8 inch lamba hai mera. aur mota bhi.

Tina Gupta : wow. gazab ka maja aayega. meri pussy me jaa kr tum dub jaoge. vishu i love ur sexy talk. mai tumhe vishu hi bolungi my sexy. vishu aaj raat kaise kategi meri.

Vishwanath Gokarn : mere ghar ka name yahi hai. main tumhe kya bulaaun Sonu ?

Tina Gupta : maanu naam hai mera

Vishwanath Gokarn : ok maanu i love you. edition chodta jaa raha hun and tumse chat bhi kar raha hun. pages par dastkhat kar raha hun & tumse sambhog bhi kar raha hun hai na acha fujan.?

Tina Gupta : ek week me kitni baar sex krte ho. pahle bhi kisi ke sath sex kiya hai tumne wife k alawa. good. u r all rounder my sexy.

Vishwanath Gokarn : no not at all. but ichcha to karti hi hai. waise main roj ka sambhogi hun.

Tina Gupta : tum naraj mt hona mai ek baat btau. kyunki mai tumse kuch chupana nai chahti. maine 3 baar apne purane editor se sex kiya tha. pr unka naam mt puchna plz. pr uske baad koi aisa vishvasniya nai mila. good i also need daily sex. vo editor bhi devorcy thy. naraj mt hna plz. mai tumse dil me kuch galat rakh kr nai milna chahti. where r u honney.

Vishwanath Gokarn : meri ek shart hai. ab tum mere alawa kisi aur ke saath relation nahi rakhogi. yahan i next me job karogi?

Tina Gupta : really??????? yum mujhe humesha doge to jhan kaho wahan rahungi. mai tumhari ho kr rhna chahti hun. kya mujhe inext me job mil sakti hai. tumahare office me bhi to females hongi. kaisi hai dekhne me vo saab.

Vishwanath Gokarn : mujhe cv mail karo dekhata hun.

Tina Gupta : ok kal bna kr bhejungi.aaj to sex ki baaten kro sirf

Vishwanath Gokarn : how much you are geting in bhaskar ?

Tina Gupta : only one year.

Vishwanath Gokarn : i am asking your salary ?

Tina Gupta : okkk. 15 thousand

Vishwanath Gokarn : abhi kya pahani ho ?

Tina Gupta : nighty

Vishwanath Gokarn : uske andar ? brest pee lun ? pussy bhi chatunga. and uske baad apna andar daal dunga. der tak tumhe chod daalunga. ras nikal raha hai na ?

Tina Gupta : wow my sexy. jee chah rha hai aaj he de dun. gilapan badh rha hai. tumhari photo dekh rhi hun aur chat kr rhi hun jaan.

Vishwanath Gokarn : ab tum so jaao kal baat karunga my darling maanu. i love you. ghar chal raha hun. office se 12 km dur hai mera ghar. ok take care. gn
साभार: भड़ास४मिडिया

दिल से दिल्ली हो और धरकन से हो लन्दन,लखीसराय मैं टीवी पत्रकार ढूंढ़ रहा है डैडी की दुल्हन


 ख़बर आप को अटपटी लग सकती है ,लेकिन सौ फीसदी सच है .....यकीन नहीं है तो चन्दन से पूछ लीजियेगा .....अरे वही चन्दन(चन्दन गन हॉउस वाला ),नहीं समझे चन्दन दा .....ख़बर वँही से लीक हुआ है....दरअसल एक पत्रकार उदास मुद्रा में बैठे थे ...रात वाली अंगूर की बेटी दिन निकलने के साथ उतर चुकी थी ...इसलिए जनाब सोच रहे थे की इस शहर में सगा सम्बन्धी तो बहुत मिले लेकिन काम का कोई मुआ नहीं निकला ...कुल मिलाकर 10 बरश तक पत्रकार के रूप में शहर की सेवा करने का फल जीरो .....पेट के साथ साथ घर की जरूरतों को पूरा करना भी जरुरी है लेकिन सबको सहारा देने वाला टी वी न्यूज़ चैनल तीन चार महीने में एक बार ही पैसे भेजता है ....और वो भी भेजे गये ख़बर को गिनती कर ...पैसे के बिना घर में चुल्हा चौका कैसे चले आदि आदि ...आँखे बंद कर पत्रकार साहब सिगरेट का धुंआ उड़ाते हुए सोच रहे थे की अगर नदिया के उस पार वाले नेता जी की कृपा नहीं होती तो ना जाने क्या होता ...खैर नदिया के पार वाले नेता जी की बदौलत सिर्फ पत्रकार ही नहीं बल्कि जिले में स्कोर्पियो और बोलेरो का मजा ले रहे कई सफेद्पोस लोगों का घर चलता है ....चले भी किउन नहीं ...बालू से सोना निकालने की हुनर तो सिर्फ विधायक जी के पास ही है....चलिए मुद्दे पर लौट चलें ..वर्ना बालू से सोना निकालने वाली ख़बर पर लिखने लगूं तो अरविन्द अडिगा की द व्हाइट टाइगर से मोटा माल तैयार हो जायेगा ...अभी अपुन उसके लिए तैयार नहीं है....तो भैया ...10 साल तक समय तो कट गया लेकिन बैंक बैलेंस और जमा पूंजी के नाम पर एक धेला भी नहीं बचा ...पत्रकार साहब का परिवार छोटा है इसलिए परेशानी भी कम ही हुई ...भगवान के कृपा की आश में बैठे रहे....बर्षों की सोमरस तपस्या के बाद भगवान को दया आई और भगवान ने पत्रकार रूपी अपने भक्त को कुछ धन जमा करने का सुअवसर दिया .....दरअसल हुआ ये की पत्रकार जी के पिता जी... जो अपनी पत्नी की मौत के बाद जयपुर में अपने बड़े बेटे के साथ रहते थे .....वो संयोग से इन्हें अपने गावं में दिख गये ....(दिखने शब्द के मर्म को समझना जरुरी है.).. पिता जी पत्रकार साहब को बिलकुल भी पसंद नहीं करते थे ..इसलिए गावं में आने जाने की ख़बर पत्रकार साहब को नहीं मिलती थी .....पत्रकार साहब अपने पिता श्री को गावं में देख कर लाटरी लगने जैसे ख़ुशी से चिला उठे ...तुरंत  अपने एक साथी को फ़ोन कर अपने गावं में मारुती वैगनार गाड़ी मंगाई ...पत्रकार साहब ने आनन् फानन में 70 साल के अपने डैडी को गाडी में बिठा लिया ...जबतक ख़बर बड़े बेटे को मिलती तब तक गाडी  से लखीसराय के लिए सरपट भाग चली...डैडी को डेरे पर लाया गया .....डैडी की सेवा में बहु और बेटे ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी....कुछ दिनों में पिता जी की बेटे से नाराजगी दूर जाती रही ...आप सोच रहे होंगे की इसमें ख़बर क्या है ...तो सुनिए बंधु ...पत्रकार साहब के रिटायर्ड प्रधानाचार्य है....उनका पेंशन 20000 के करीब है ....पत्रकार साहब से नाराज रहने के कारण अब तक पेंशन की रकम जयपुर वाले भैया और भाभी ले रहे थे....अब मौका इनके हाथ लगा है....पत्रकार साहब चाहते हैं की पिता श्री ज्यादा से ज्यादा दिन जिंदा रहें ताकि पेंशन की रकम से कुछ जमा पूंजी तैयार हो जाये ....अबकी तो ठंढी में डैडी ने साथ नहीं छोरा लेकिन आगे का क्या भरोसा ...इसलिए समय रहते पत्रकार साहब डैडी के लिए दुल्हन की तलाश कर रहे हैं .....दुल्हन मिली तो दो फायदा होगा ...डैडी की सेवा ठीक से होगी और साथ ही उनके आँगन में नए फूल खिलने की संभाबना बढ़ जाएगी ....दुल्हन मिली तो ठीक वरना शादी के आस में बाबु जी अपने आप को जवान फिल करेंगे ....तो पत्रकार साहब को अगर आप मदद कर सकते हैं तो कीजिये वरना वो तो गा ही रहे है ...जरुरत है जरुरत है जरुरत है ...कलावती की,श्रीमति की सेवा करे जो मेरे पिता और अपने पति की ....

रविवार, 19 फ़रवरी 2012

गन्दगी  देख बिफरे डीएम,कहा जल्द हो व्यवस्था सुधार
पोषण पुनर्वास केन्द्र का निरीक्षण करते जिलाधिकारी
लखीसरायः19 फरबरी  कस्तूरबा महिला विकास संस्थान की देखरेख में स्थानीय सदर अस्पताल परिसर में संचालित हो रहे पोषण पुनर्वास केन्द्र का औचक निरिक्षण डीएम हृदयनारायण झा द्वारा किया गया। निरीक्षण के दौरान डीएम श्री झा ने चिकित्सक डा. मेजर चन्द्रमोहन के अनुपस्थित रहने पर नाराजगी जताते हुए बच्चों का समुचित देखभाल करने का निर्देष दिया। साथ ही साथ केन्द्र परिसर में फैली गंदगी को लेकर सफाई कर्मियों को जमकर फटकार लगाई। ज्ञात हो कि पोषण पुनर्वास केन्द्र में कुपोषित बच्चों का समुचित ईलाज हो,इसके लिए बच्चों की देखरेख के लिए एएनएम एवं देखभाल कर्मी के साथ चिकित्सक की नियुक्ति की गई है। एक माह तक जिले के विभिन्न जगहों के 20 बच्चों को केन्द्र में रहने-खाने के साथ बेहतर उपचार हेतू व्यवस्था की गई है। निरीक्षण के दौरान सिविल सर्जन डा. सकलदीप चैधरी,जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डा. अषोक कुमार भारती,अस्पताल उपाधीक्षक डा. शषि कुमार चैधरी,डीपीएम मो. खालिद हुसैन,केन्द्र की एएनएम प्रियंका भारती,फीडिंग डिमांस्ट्रेटर रेणू कुमारी आदि उपस्थित थे।
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लखीसराय में शराब ने चौथा खम्भा के नस्ल को ही बर्बाद कर दिया है ..पार्ट -3


आगे ............
पत्रकार साहब होठों पर चमन्नी मुस्कान लिए कह देंगे की हां ...हां चलेगा चलेगा ........पहले  चाय फिर सिगरेट और उसके बाद गिलौरी सिक्की पान या फिर पानपराग का आनंद उठा कर ......अपने अगले पड़ाव के लिए निकल पड़ेंगे ....अगला पड़ाव भी थाना,पुलिस या फिर ब्लोक के बीडीयो सी ओ साहब की दरबारी से ज्यादा कुछ नहीं ....आप सोचते होंगे की ...खबरची भाई लोग बहुत जल्द बाजी मैं रहते हैं...बहुत काम रहता होगा ...लेकिन यकीं मानिये ..कोई काम नहीं रहता है .....खाली चाय के बहाना के साथ सेटिंग गेटिंग वाला गप्प होता है.....खबर ऐसी चीज है बंधू की वो आप को कभी भी कही भी मिल जाती है ....इसके  लिए दरबारी  करने  की जरुरत  नहीं है..हां एक बात है की अगर आप पत्रकार साहब है और सुबह सुबह किसी के पास चले गए तो वो आपको ..प्यार से बुला कर बैठने के लिए जरुर कहेगा.....थाना के अन्दर munshi  जी लोगों का व्यबहार तो आप को पता ही है कैसे आम लोगों को पैर की जूती समझते है ....अब अगर उस जगह पर आप को बैठने की इज़ाज़त मिलती हो वो भी प्यार से तो आप अपने आप को खास तो महसूस करेंगे ही......खैर ये तो हुआ आम खास में फर्क वाला बात ....लेकिन बिना पैसा के आप कैसे खास बने रहिएगा ....इज्ज़त बचाने लायक भी तो आमदनी जरुरी है ...लेकिन लखीसराय में कलमची उस्ताद लोगों को कंपनी पैसा ही बहुत कम देता है ...जरा गौर कीजिये इस आकडे पर .....
                  नाम                               संस्थान                        आमदनी                        शौक
  1. मिर्तुन्जय मिश्र              (इंचार्ज दैनिक जागरण )                         20000 /-                     कबाब
  2. vinay कुमार                   (आकाशवाणी )                                     22000 /-         शराब,कबाब,सफाई
  3. सुमन कुमार सुमन        (स्ट्रिंगर दैनिक जागरण )                       5000 /-               शराब और कबाब
  4. सोनू                           (चपरासी दैनिक जागरण )                        1800/-                 चाय,बिस्कुट 
  5. राकेश कुमार सिन्हा    (मौर्या टी वी)                        ४ महीने से एक धेला भी नहीं   शराब और कबाब
  6. संजीव कुमार             (साधना न्यूज़ )                     ६ महीने से एक धेला भी नहीं   शराब और कबाब
  7. गोपाल कुमार            (सहारा अख़बार )                                 6800 /-              शराब,चाय,पान,सिगरेट
  8. अभिनन्दन उर्फ़ नेता(संबाद सूत्र,हिंदुस्तान )                        1475 /-         शराब,कबाब,पान,चाय
  9. विनोद कुमार वर्मा     ( हिंदुस्तान )                     2800 /-          शराब ,कबाब,खैनी,सिगरेट
  10. रंजित सम्राट         (इंचार्ज,महुआ न्यूज़ )            ३ महीने से एक ढेला भी नहीं                चाय,पान
  11. गौत्तम पिरियाग   (इंचार्ज बी जी टीवी )             (खुद को सड़क का आदमी कहते है)      चाय, पान
  12. नवलेश कुमार          (इंचार्ज रामू टीवी )                    9800 /-                        कबाब,चाय,सिगरेट,शिखर
  13. डॉक्टर लक्ष्मी सिंह (इंचार्ज प्रभात खबर )                  1500 /-                              चाय,मिष्ठान  भोजन
  14. नरेन्द्र रस्तोगी        (सहारा टीवी )                          8000 /-                               जो मिलेगा वही चलेगा
  15. मुकेश कुमार (संबाद सूत्र दैनिक जागरण )             4200 /-                           पत्नी के साथ आइसक्रीम 
  16. संजीव कुमार (संबाद सूत्र हिंदुस्तान )                    2200 /-                            जो मिलेगा वो चलेगा  
  17. राईस जी         (यु एन आई )                                  700 /-                     शराब और कबाब/कच्चा पनीर 
सभी आकडे गुलशन कुमार द्वारा उपलब्ध करवाए गए है .                    (हो सकता  है आमदनी में थोड़ी बहुत  कमी बेसी भी हो )  
इस तालिका में शामिल हर एक खबरची भाई के पास अपनी बाइक कम से कम है ....कुछ के पास चार पहिया वाहन भी है...... अब सोचिये जरा की इस पैसे में कोई क्या नहायेगा या निचोड़े गा .........
जारी है .......... 

शनिवार, 18 फ़रवरी 2012

अब आपका ये ब्लॉग www.newslkr.com पर भी उपलब्ध


प्रिय पाठकों आपके असीम प्यार ने हमें एक नई उर्जा दी है ,,,,,,आप जितनी बड़ी संख्या में  इस ब्लॉग पर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाए हैं, उसके बजह से हमने इस ब्लॉग को वेबसाइट में बदल दिया है ....अब आप अपने इस पसंदीदा ब्लॉग को www.newslkr.com पर  भी पढ़ सकते हैं ................ये हमारे लिए पहले ही कदम पर बड़ी सफलता है ....................उम्मीद है आपका प्यार हमें मिलता रहेगा................. 

शुक्रवार, 17 फ़रवरी 2012

टन टन टन की जीत से काहे परेशां हैं उलाला चाचा .......

बात दियारा इलाके की है ...सुर्जिचक के उस पार एक गावं है भगवन राम के नाम पर .....अजी गावं क्या नगर है ...नगर ....गावं में ही बाज़ार है,अस्पताल है और  तो और बच्चा पार्टी के पढने लिखने के लिए प्रायमरी स्कूल से लेकर हाई स्कूल तक है....एक कमी था पुल का तो वो भी सुपर सी एम् बनवा ही दिए  ....अब तो विद्यापीठ से नीचे उतरिये ...गाडी या मोटरसाइकिल में टॉप गियर लगाके गावं पहुँच जाइये .....दियारा में आज़ादी के बाद सबसे बड़का मुद्दा चुनाव में इ पुल ही होता था......पुल बनवाने के नाम पर नेता जी लोग यंहा के सीधे साधे और मीठी बोली बाले  दिरवारी मतदाता भाई  लोगों का वोट ले लेते थे....वोट का बात चला है तो सुनिए ......दियारा इलाके में बहुत जायदा संख्या में नेता जी कभी नहीं हुए.....गिन चुन कर  ऊँगली पर आप नाम जोड़ सकते है ....एक दसक में बहुत से बहुत एक दर्जन ......वो भी सत्ता पक्ष और विपक्ष मिला कर ..........इसी पावन धरती से जुड़े रहे उलाला चाचा जी ......जे पी आन्दोलन से तो हमको पता है लेकिन हो सकता है की वो उससे भी सीनयर इण्डिया नेता जी हो.... मृदु स्वाभाव के उलाला चाचा जी कभी किसी का नुकसान किये हो ऐसा मुझे नहीं पता है .....लेकिन कानाफूसी का क्या कीजयेगा लोग तो करता ही है ....वैसे  तो चाचा जी पर घूसखोरी या पैसा लेने का आरोप कभी नहीं लगा है ....लेकिन चचा के बारे में लोग कहता है की ...थाना पुलिस वाला मामला में पैरवी पैगाम करते थे.....सच क्या है भगवन मालिक ....लेकिन इतना तय है की चाचा जी खुद के लिए कभी किसी से कुछ नहीं लिए है ..हां जिले की राजनीती में अपने जेब से ही  पैसा खर्च कर हस्ती जरुर बने रहे ......यही बजह है की जब दियारा वाले पूर्व बिधायक जी से उलाला चाचा के बारे में पूछियेगा तो वो कहेंगे की....."इ जे पांच गो  छै सुपर सी एम् के साथे  इ हे  ओकर जहाज डूबा देते .....उलाला के तो हम जानय छिय ...वोट छै एक को गो नै लेकिन कुर्त्ता झार के नेता बनल छै "...हलाकि विधायक जी का ये दर्द इसलिए भी है किउन की उलाला चचा    पहले उन के साथ थे ...लेकिन बदलते वक़्त के साथ सुपर सी एम् के साथ हो लिए ......नितीश सरकार में सुपर सी एम् की चलती जो भी भाई लोग देखा है उसको पता होगा की कैसे बीच बाज़ार से एक सौ गाड़ी का काफिला सांय सायं करके भागता था ...काफिला ऐसा की अगर आप लखीसराय बाज़ार में सड़क किनारे खरे है तो धुरी और गर्दा से मिर्ची वाला जलन आँख में होना शुरू हो जाता था ...खांसी और छींक तो पूछिये ही मत  ....पलन बाबु के  धकापेल चलती में उलाला चाचा अपने लिए तो कुछ नहीं बना पाए लेकिन साथ रहने बाले का खूब भला किया ......  बंधू  समय बदला पलन बाबु की चलती ख़तम हुई ......उलाला चाचा अब जाएँ तो जाएँ कंहा दरबार ख़तम ......इसी बीच पंचायत चुनाव में एक करिश्मा हुआ....पलन बाबू के समर्थक सब दियारा में हार गया और जितने वालों में एक ऐसा सख्स शुमार हो गया जिसके बारे में ...उलाला चाचा सपनो में नहीं सोचते थे ...और उसके जीत के साथ ही उलाला चाचा की परेशानी बढ़ने लगी .....हुआ ये की उलाला चाचा का अपना भतीजा टन टन टन पंचायत समिति बन गया ....वो भी उलाला चाचा के चेला को धरती पकड़ा कर .....कुछ दिन तक तो उलाला चाचा को विश्वास ही नहीं होता था की टन टन टन जीत गया है ......जब लोग सब उनको  चुटी काट कर भरोसा दिलाता था तब जाकर वो मानते थे .....खैर टन टन टन वंही नहीं रुका मेहनत और जुगाड़ के बदौलत बन गया दियारा का प्रमुख .....अरे बाप्पा इ का हो गया ....टन टन टन निर्विरोध प्रमुख बन गया ...इ खबर सुनके उलाला चाचा को आँखों के सामने अँधेरा छाता दिखा ......आप सोच रहे होंगे की भतीजा आगे बढ़ा तो चाचा को क्या दिक्कत हो सकता है भला .....तो सुनिए बंधू ....गावं में एक कहावत है " गोतिया और सतूआ महीन करने वाले का नाम होता है " यंहा तो गोतिया टन टन टन निर्विरोध जीत गया .....जीत के बाद टन टन टन पलन बाबु के साथ हो लिए ....अब मुश्किल ये हो गया है की कल तक पलन बाबु के दरवाजे पर खड़ा रहने वाला टन टन टन ...को साहेब ...प्रमुख साहेब अंदर आइये कह कर बुलाते है और उलाला चाचा को बहार रहना पड़ता है ....तो भैया टन टन टन के इस कहानी से आने वाले दिनों में वप लोग सतर्क हो जाएँ  और अपने गोतिया को पैर की धूलि न समझे ...वरना उलाला चाचा की तरह आप को भी गाना पड़ेगा ....मुझे लोग कहते हैं क़दमों की धूल...अगर आप छुन लें ...अगर आप छूं ले तो बन जाऊं  फूल....................   
प्रिये पाठकों इस ब्लॉग पर अब तक आप लखीसराय के पत्रकारिता जगत की ही अधिकांश चटपटी खबरे पढ़ रहे थे ...लेकिन अब थोडा ट्रैक चेंज करते हुए ...पत्रकार टाइप चीज से आगे बढ़ते हुए ...राजनीती का रुख करते है ...ऐसा इस लिए भी करना पड़ रहा है की ....कुछ पाठक बंधू लोगों ने पत्रकारिता जगत पर लिखे गए चटपटी ख़बरों को गुटबाजी का नतीजा समझा  है ...हलाकि ब्लॉगर की कोई मंशा ऐसी नहीं है की किसी भी ...खबरची भाई के चरित्र या फिर उनके व्यकतित्व को चोट पहुँचाया जाये ....इस ब्लॉग को शुरू करने  का एक मात्र मकसद है ..मसखरी के साथ लखीसराय की हर खबर से आप को  उपडेट करना ...शुरुआत में तो लगा था की वर्षों की तपस्या के बाद इस ब्लॉग को हिट करवाना संभव होगा ...लेकिन   सात दिनों में ही जिस तरह से लगातार इस ब्लॉग पर पाठकों की संख्या बढ़ रही है ...हम ने जिले में आ रहे कई अख़बारों के प्रसार संख्या को पीछे छोर दिया है .....आज,नवबिहार,सन्मार्ग,राष्ट्रीय सहारा,और प्रभात खबर , अब अपुन के इस ब्लॉग से पीछे है .....अगला निशाना हिंदुस्तान और दैनिक जागरण है ....अगर आप का प्यार ऐसे ही मिलते रहा तो यकीं मानिये इस महीने के अंत तक मसखरी का ये प्लेटफोर्म .....अखबार टाइप जिस से ज्यादा पाठक वर्ग बना लेगा ......

गुरुवार, 16 फ़रवरी 2012


इस ब्लॉग पर आने वाले पाठकों से अनुरोध है की वो अगर  लखीसराय जिले की अखबारी भाषा वालें ताजे  ख़बरों का मजा लेना चाहते है....तो  कृपया साइड बार मैं दिए गए "लखीसराय समाचार " पेज पर जाएँ....ब्लॉगर का दाबा है की शर्तिया तौर पर आप सबसे पहले लखीसराय जिले की ख़बरें इस पेज पर पाएंगे ...............

बीमार पत्रकार से बीबी बोली.............

चुटकुला

बीमार पत्रकार से बीबी बोली
बीबी :इस बार कोई जानवरों के डॉक्टर को दिखाओ तभी आप ठीक होगे .
पत्रकार :काहे जी ......?
बीबी :रोज सुबह मुर्गे की तरह जल्दी उठ जाते हो, घोड़े की तरह भाग कर प्रेस जाते हो, गधे की तरह दिन भर कम करते हो, लोमड़ी की तरह इधर -उधर से खबर लाकर रिपोर्ट बनाते हो, बन्दर की तरह बॉस के इशारे पर नाचते हो,घर आकर परिवार पर कुत्ते की तरह चिलाते हो,और फिर भैंसे की तरह सो जाते हो .......इंसानों का डॉक्टर क्या तुम्हे खाक ठीक करेगा .......................

लखीसराय में शराब ने चौथा खम्भा के नस्ल को बर्बाद कर दिया है .....पार्ट -2


आगे ........
मैं ऐसा इस लिए कह रहा हूँ की आप अगर आजीविका के लिए कोई नौकरी या फिर रोजगार करते है तो इस आर्थिक युग में जब बंधू पैसा ही सब कुछ बोलता है....आप ज्यादा से ज्यादा माल मिलने वाले पेशे में जायेंगे ....माल पानी जेब में होगा तो घर में भी शांति और बहार भी शांति .....पैसे कमाने की ललक हर किसी को होती और कम से कम लखीसराय में तो है ही ....अगर नहीं होती तो जरा गौर करिए.....पुरानी बाज़ार थाना चौक के समीप एक शोरूम हुआ करता था ....टीपिएस बजाज का इसके मालिक बाबु टीपि सिंह का एक गांजे का गैंग था ....इस गैंग में शामिल हुआ करता था शल्लू...शायद ही कोई युवक शल्लू को नहीं जानता हो .....दिन भर में 30 से 35 चिलम गांजा पीने के बाद  अगर दारु या बियर मिल जाये तो वो, भी हलक के नीचे. शल्लू को जानने वाला हर इंसान सोचता यही होगा की इस युवक की ज़िन्दगी नशे के गिरफ्त में ही रह जाएगी ....लेकिन पैसे कमाने की ललक ने  उसे दिल्ली खिंच लाइ ....और आज वो नशेरी ...एक शिक्षक है और बंच्चों को पढ़ा कर अपना और अपने घरवाली की  ज़िन्दगी ठाठ से चला रहा है .....तो कहने का ये मतलब है की पैसे के लिए सब कुछ करता है इन्सान ......अब जरा चाँदी पर बल दीजिये ...और सोचिये की अगर कोई शौक से बिना पैसा वाला काम चुने और वो भी शौकिया नहीं वल्कि परिवार चलाने के लिए तो भला कैसे परिवार चलेगा.....दैनिक जागरण अख़बार के ब्यूरो प्रमुख के अलावा लखीसराय में तनख्वाह वाला खबरची भाई कोई नहीं है.......सब लोगों को मानदेय मिलता है.....मानदेय की राशी इतनी है की भाई लोग और महीने भर पेट्रोल अगर बाईक में डलवा लें .....तो दाढ़ी बनाने के पैसे के अलावा ...पान और सिगरेट का भी  पैसा न बच्चे ....घर खर्च तो छोर ही दीजिये ....एक बात और साफ़ कर दें ....की बाबा बिसेस्वर यानी प्रिंसपल साहेब ही एक मात्र ऐसे पत्रकार थे ...जो जमींदार या फिर ऐसे परिवार से थे जिनको पत्रकारिता के पैसे की रोटी नहीं चाहिए थी.......आज के दौर में जिले में कोई भी कलमची ..52 बीघा पुदीना वाले परिवार से नहीं है......हर एक को खुद ही रोजी रोटी चलाने की जिम्मेदारी है ...फिर भी बिना पैसे या ऊंट के मुह में जीरा जैसे मानदेय पर ...जोर शोर से चौथा खम्भा का झंडाबरदार बना हुआ है.......बंधू आप के मन में सवाल उठ रहा होगा की किसी का घर कैसे चलता है ये उसका निजी मामला है हमें क्या .....लेकिन आप भूल कर रहे है ....पत्रकारों की भूमिका समाज में वाच डॉग वाली है ...और अगर डॉग भूखा हो तो आप ......समझ लीजिये वो किसी को भी अपना शिकार बना सकता है .....और ये लोकतंत्र के लिए पाकिस्तानियों से ज्यादा खतरनाक है....खैर आगे बढ़ते है ....और आप को ये बता देते है की भुखमरी वाली स्थिति के बाबजूद लोग पत्रकार किउन बनाना चाहते है .......देखिये छोटे से इलाके  में आप जैसे ही पत्रकार बनते है "आप आम से खास हो जाते है "....थाना पुलिस...डीएम् ...एस पी, अधिकारी से लेकर नेता मंत्री तक आपके नाम के पीछे "जी " लगा कर संबोधित करता है.....बस यही वो आम से खास वाला चीज है जो आप को गर्त में ले जाता है .....पत्रकार साहब घर से निकले ...किसी चौक चौराहे पर खड़ा हुए....तुरंत उनसे लोग पूछ लेता है ....पत्रकार साहब ...पान चाय सिगरेट ...कुछ चलेगा क्या .......?
जारी है............

बुधवार, 15 फ़रवरी 2012

लखीसराय में शराब ने चौथा खम्भा के नस्ल को ही बर्बाद कर दिया है.... पार्ट -1

शराब,शबाब और कबाब ........ये तीनो अगर एक साथ किसी इंसान को  मय्यसर हो तो फिर बीसों ऊँगली घी में और मूरी कराही में वाली स्थिति हो जाती है .....और उस पर भी अगर ये सुख गुप्त रूप से मिले तो फिर सोने पर सुहागा..... मजा भी ले रहे है और किसी को खबर भी नहीं ....मौजा ही मौजा  .......लेकिन अगर आपके जीवन में बंधू ये तीन चीजें  हर रोज मिले तो फिर समझ लीजिये ....की कुदरत आपके साथ जल्द ही आपके कुकर्मों का न्याय करने वाली  है .....अपुन ये ज्ञान ऐसे ही नहीं बाट रहे ....अनुभव के आधार पर एक एक बियर का बाजी अगर आप चाहें तो मैं लगा सकता हूँ.....सुनिए  हम ये इस लिए कह रहे हैं ....किउंकि लखीसराय में शराब ने चौथा खम्भा  के नस्ल को ही बर्बाद कर दिया है ....ये हाल तब है जब एक साथ शराब, शबाब और कबाब, सोसाईटी के वाच डॉग भाई लोगों को उपलब्ध नहीं है....किसी को इनमें से दो मिला है तो किसी को इनमें से एक ...लेकिन लड़खड़ा सब रहा है ......इके दुक्के खबरची भाई इस सुख को अब तक आत्म सात नहीं कर पाए है ...इसलिए वो खड़े है ...शराब और कबाब पर आज बात कर लेते है शबाब वाला चेप्टर पर फिर कभी .....मैं पहले ही साफ़ कर देता हूँ की ये मेरा अनुभव है... हो सकता है की जिले में  तीनो ब्याधियों से बंचित युगपुरुष पत्रकार भी हों ....वैसे सज्जन महापुरुषों का नमन करते हुए निवेदन है की वो कृपया इसे दिल पर ना लें.....वैसे तो मदिरापान आम बात है ...आप पैसे कमाइए और खूब पीजिये पिलाइए ....रोज पार्टी कीजिये .......किसी के बाप का क्या ....आप मेहनत करते है, पैसे  कमाते हैं ...जीवन के आनंद के लिए ही तो सुरा और सुंदरी है .....आप भबिष्य और वर्तमान दोनों है इस वतन के ...आप का आनंद करना उतना ही जरुरी है जितना ..मोहन दा के सोना दुकान की जेबरों पर होल मार्क के निशान का होना....आप आनंद नहीं करेंगे ...उत्सव नहीं मनाएंगे तो कल मेह्नत कैसे करेंगे ....मेह्नत बंद तो देश की तरक्की बंद ,फिर कामचोर किसके भरोसे रहेंगे .....आप ठहरे काम वाले लोग ....lekin  sochiye जरा की वो लोग जो काम ही इस लिए करते है की कैसे देशी बोतल में...विदेशी अंगूर की बेटी पेट में जा कर, रग रग में लहू बनकर दौरे ...और पीने का बाद डी एम्, एसपि दोस्त और थानेदार सब चेला बता बता कर ....धौस पट्टी पढाया जाये....
जारी है ...........................

मंगलवार, 14 फ़रवरी 2012

"खबर आपके नजर तक ....और माल मेरे जेब में "ठगी का नया धंधा खोजा है गढ़िवाला बाबु साहेब



भाई लोग आज वेलेंटाइन डे है ......प्यार वाला दिन .....सुबह से एक ही मैसेज मार्केट में घूम रहा है .....कभी आपके वाली के पास तो कभी दुसरे वाली के पास .....मैसेज मैसेज सब लबबर्ड खेल रहा है ....आप भी मजा लीजिये ....लेकिन हो जाइये  hosiyar काहे की इ मैसेज से आज कल लखीसराय में ठगी और वसूली का धंधा जोरों पर है .........................पढ़िए नीचे सब समझ जाइएगा.....
कहा गया है बंधू ....की ठग कभी भूखे नहीं मरता .....और वो भी जब ठगी करने वाला पत्रकारिता के पेशे से हो तो फिर तीसमारखां  से कम क्या होगा  ....पत्रकारों पर दलाली का आरोप लखीसराय में ऐसा ही है जैसे किसी  शादी शुदा गावं वाली लड़की के माथे पर दूल्हा का सिंदूर ...दुरे  से ही भक भक झलक जाता है .....खैर दलाली तक तो मामला था ही अब कुछ पत्रकार  भाई लोग पब्लिक को चूतिया बनाने का नायब तरीका ढूंढ़ निकाला है.....नए तरीके को नाम दिया गया है "खबर आपके नजर तक ....और माल मेरे जेब में "... चलिए पब्लिक की हैसियत से ही हम आप को मिडिया के इस  नए रूप से रूबरू करवाते है....जिले में इन दिनों पत्रकारों का एक गिरोह उभरा है .....जो एसएम्एस के माध्यम से आप के पास खबर पहुचाने के काम में लगा है .....इस गिरोह का मास्टर माइंड लखीसराय के गढ़ी गावं का एक बाबु साहेब है जो अपने ही गोतिया के मर्डर केस में आरोपी बनने के बाद पहले तो चार साल तक गायब रहा और फिर कुछ महीनो जेल में काटने के बाद फिलहाल बेल पर बाहर है ......जेल से निकलने के बाद बाबू साहेब ने इस नए मिडिया का इजाद किया है ......एसएम्एस मिडिया .....टीम में बसूली के लिए एक रिपोर्टर नियुक्त किया है जिसके बारे में खबर है की वो फर्जी आवासीय और दुसरे प्रमाण पत्र बनवाता है ....उसके फर्जी वारे का अड्डा सूरजगढ़ा ब्लोक के आस पास किसी दुकान में लगाया गया है... जहा सुरज्गढ़ा के बी डी ओ दो बार छपेमारी कर चुके है ....इस रैकेट को संचालित कुछ इस अंदाज में किया जा रहा है की  ...आप के जेब में पड़ा मोबाईल अचानक टीइ इ इ  या पि इ इ   करेगा ......आप जैसे ही जेब से मोबाइल निकालिएगा की आपके स्क्रीन पर  TD -ONLINE  या LM - INSHAI TV के नाम से मैसेज प्रकट होगा ....उस मैसेज में लखीसराय की कोई खबर होगी और नीचे रिपोर्टर का नाम लिखा होगा ....कायदे से इस तरह के एसएम्एस के जरिये खबर बाटना अपराध की श्रेणी में आता है ...टीआरआई के निर्देशों के मुताबिक इस माध्यम से जानकारी खबर के रूप में नहीं दी जा सकती है .....लेकिन छोटे छोटे जगहों पर इस तरफ ध्यान कौन देता है....ठग भाई लोगों  के दुकानदारी का बस यही राज  है कोई समझे नहीं कोई जाने नहीं  ....इस तरह के एसएम्एस के लिए भाई लोग बल्क एसएम्एस की सेवा देने वाली कंपनियों से 1000 /- रूपये में 10000 एस एम् एस वाला पैक खरीद कर दो तीन सौ लोगों को एक बार मैसेज भेज देता है फिर ...गावं या कसबे के मुखिया और आगंबारी की सेविका और सहायका से  विज्ञापन के नाम पर हजारों की कमाई करता है .....खुद अबैध तरीके से चला रहे ख़बरों के इस कारोबार में शामिल ये गिरोह ....विज्ञापन नहीं देने पर मैसेज से खबर छापने की धमकी तक दे देता है....हलाकि इस मामले को लेकर कोई थाने में शिकायत कर दे  तो भाई लोगों की बाटी जल जाएगी ...लेकिन सीधे साधे लोगों को ये भी एक तरह का न्यूज़ वाला चीज लगता है इस लिए डर जाते है ... ......तो बंधू जाली नोट के लिए बदनाम इस जिले को अबकी ठगी के लिए बदनाम करने की हरकत पत्रकार साहब लोग कर रहे है.....मेरे ये शब्द अगर आप को चुभ रहे हैं तो में अपने इस पोस्ट को सफल मानता हूँ ....वरना पकडिये इस गिरोह के सदस्यों को और पूछिये की भैया ठगी तुम कर रहे हो  और बदनाम हम लोग हो रहे हैं....बंद करो ये ठगी का धंधा......वरना ठीक कर देवेंगे ....................................जय हो वेलेंटाइन बाबा की..............

सोमवार, 13 फ़रवरी 2012

चिरकुट पत्रकारों का गिरोह लखीसराय से लाँच कर रहा बीजी टीवी

लखीसराय चाहे किसी चीज में आगे रहे या ना रहे पत्रकारती में पुरे देश में अपना नाम रौशन करने ही वाला है .....आप फिर सोचियेगा की हम बकचोदी कर रहे है....लेकिन ये सच है की लखीसराय से एक न्यूज़ चैनल शुरू होने वाला है ....दुकान भबिष्य भारती मोड़ के पास खुल चूका है ...आप अगर विज्ञापन देना चाहते हैं तो यथा शीघ्र संपर्क कीजये ......समाचार चैनल का ले आउट और प्रजेंटेसन कैसा होगा ये तो मैनेजिंग एडिटर और सी ए ओ के बीच का मामला है ...लेकिन चुकी हम भी एडिटोरिल वाले लोग हैं इस लिए बुलेटिन का कंटेंट कैसा हो इसका अंदाजा लगा रहे है.....आप भी पढ़िए और मज्जा लीजिये ठंढा ठंढा कूल कूल न्यूज़ बुलेटिन का ........

स्टूडियो से प्रसारण
एंकर :-नमस्कार बीजी टीवी में आपका स्वागत है....मैं हूँ बीजी गिरियग और आप देख रहे है बीजी टीवी ....अगले आधे घंटे में हम आप को दिखायेंगे लखीसराय जिले की तमाम अहम् खबरे साथ ही बताएँगे की आप कैसे अपनी आवाज को लता मंगेशकर की तरह मोटा पतला या फिर बोबी डार्लिंग की तरह फिफ्टी फिफ्टी बना सकते है .....तो चलिए शुरुआत करते है इस वक़्त की सबसे बड़ी ख़बर से.... जो आ रही है बाल्गुदर गावं के बहियार से ......कल रात से लापता फुगन सहनी की काली गाय बिल्लो रानी को काफी खोजबीन के बाद ...बहियार में मकई के खेत से बरामद कर लिया गया है....ज्यादा जानकारी के लिए बात करते है हमारे बरिष्ठ सहयोगी जन्मोजय भारती से ...जन्मोजय आखिर कैसे हुई ये बरामदगी ....पुलिस के लिए इसे कितनी बड़ी सफलता मानी जाये ...?
रिपोर्टर :- (.टी... टा....टू ..पी पा पुं...)
एंकर :-लगता है जन्मोजय से हमारा संपर्क टूट गया है .....हम अपने दर्शकों को एक बार फिर बता दें की इस वक़्त टेलीविजन स्क्रीन पर जो आप सीधी तस्वीरें देख रहे हैं ...ये एक्सक्लूसिव तस्वीरें सिर्फ और सिर्फ बीजी टीवी के पास है ......हमारे संबाददाता सुबह सबसे पहले लोटा लेकर हल्का होने जब बहियार की तरफ जा रहे थे उसवक्त पुलिस पुरे बहियार को घेर कर तलाशी अभियान चला रही थी ....लोटा फ़ेंक कर हमारे संबाददाता ने अपनी जान की बाजी लगा कर इन तस्वीरों को कैमरे में कैद किया है सिर्फ आप के लिए ........अब तक जो जानकारी हमें मिल पाई है ..उसके मुताबिक कल शाम दूध दुहने के बाद जब फुगन सहनी ने अपनी काली गैया बिल्लो रानी को बथान पर बांधा... उसके थोड़ी देर बाद ही आधा दर्जन.की संख्या में एक साल से ढाई साल तक के उम्र वाले बाछे ने बन्दुक की नोक पर बिल्लो का अपहरण कर लिया ......पुलिस को छानबीन के दौरान ये पता चला की इस गिरोह का सरगना ढाई साल का साढ़ा मनोज है जो....खाखरू सिंह गैंग से तालुक रखता है..........और इस बीच हम अपने संबाददाता से संपर्क साधने में कामयाब हो गये है आइये सीधे उनसे जानते है की इस वक़्त क्या कुछ चल रहा है बहियार में .....जन्मोजय क्या है ताज़ा हालात ...?..
रिपोर्टर :-जी में आपको बता दूँ की बिल्लो रानी की हालात नाजुक बनी हुई है ...और इस वक़्त उसे लखीसराय पशुपालन अस्पताल में भेजने की तैयारी की जा रही है .....पुलिस सूत्रों से हमें जो जानकारी मिल पाई है उसके मुताबिक बिल्लो रानी के साथ मकई के खेत में ठीक उसी अंदाज में दुष्करम की वारदात को अंजाम दिया गया है जिस अंदाज में नयाबाजार में पूर्व वार्ड कमिश्नर सुबोध मंडल ने एक नाबालिग को अपनी हवस का शिकार बनाया था .....
दर्शक के घर का हाल
लखीसराय पीडब्लूडी आईबी के पीछे एक मकान में बड़ी ही गंभीरता से टीवी पर आ रहे इस ख़बर को देख रहे प्रोफ़ेसर रामपरोषा जी अचानक ...उ लाला उल्ला कर चिल्ला उठे ...बाहर बरामदे से बेटा दौर कर आया ....

बेटा :- क्या हुआ पापा जी ...?

  प्रोफेसर :-अरे देखो तो चोटी ये एंकर लड़का है की लड़की ...?

  बेटा :-पापा जी आप भी ना डरा दिए सबको ....अरे इ वही है जो मुखिया वाला चुनाव लड़ा था .....हार गया तो एंकर बन गया है .....लड़का है पापा जी...

प्रोफेसर :-अरे दीखता तो स्टार न्यूज़ में सनसनी वाला एंकर जैसा है लेकिन आवाज उषा उत्थुप जैसा काहे लगता है जी .....जरा पता करना तो की ये रहता कहा है..अब सिगरेट जला कर पीछे पीछे देखने से काम नहीं चल रहा है ...इसके पीछे गांजा वाला नगिनिया चिलिम जला कर चलने से कुछ फायदा हो शायद ..आवाज से तो दोस्ताना वाला अभिशेख बच्चन लगता है ?

तो बंधु दिल थाम कर इंतजार कीजिये जल्द ही लांच होने वाला है लखीसराय जिले का पहला न्यूज़ चैनल बीजी टीवी

गुरुवार, 9 फ़रवरी 2012

लखीसराय के एक विधायक जी का हाले दिल "तुझ से नाराज नहीं ज़िन्दगी हैरान हूँ मैं ....

जीत बड़ी चीज़ है .....विजेता भी बड़ा होता है .....लेकिन जब कोई विजेता बनता है तो उसके पीछे सिर्फ वो शख्स जो विजता बनता है वो ही नहीं होता ..बल्कि एक पूरी फ़ौज होती है...जीत के बाद अगर फ़ौज मैं शामिल लोगों को मन माफिक मोहब्बत (लाभ ) नहीं मिलता तो फिर विजेता की किरकिरी होता है .....ये कथा है एक ऐसे ही विजेता का जिसे जीत तो मिली लेकिन फिर भी वो हर रोज हार रहा है .....देखिये उसकी कसमकस वो चाह कर भी कुछ खास नहीं कर पा रहा
बिधायक जी परेशान है ...सात साल तक जी तोड़ मेहनत ...गावं गावं गली गली हर जगह लोगों के बीच पैठ बनाने के लिए भटकने के बाद इस बार मतदाता मालिक ने मौका दिया ....कार्यकर्त्ता भी खुश थे की इस बार दर्द सुनने और समझने वाला नेता विधायक बना है...पैरवी पैगाम के साथ ही कुछ आमदनी भी होगा ही ....सब चका चाक ...उम्मीद पर दुनिया कायम है... वैसे भी जिला स्तर वाले  नेता जी लोगों का कुरता और उजला जूता पर जितना पैसा खर्च होता है बिना नौकरी के कंहा से आएगा ...जरा सोचिये आपकी तनख्वाह अगर २०००० हजार प्रति महीने है तो भी  हिसाब लगा लीजिये तो उतने पैसे में पटना लखीसराय करने वाले किसी छोटे नेता की तरह झाका झक सफेदी वाला कुरता और उजला जूता महीने भर नहीं मेंटेन कर पाइयेगा ...खैर चुनाव हुआ और विधायक जी जीत गये .इनके लिए विधायक बन कर पैसा कमाना कभी मकसद नहीं रहा ...किउन की महरानी के आशीर्बाद से नेता बनने से पहले ही....पैसा इनके पास बहुत आ गया था.....पैसे की चिंता थी नहीं इसलिए छवि भी इमानदार नेता की बनी रही ..शायद यही वजह है की सुपर सी एम् के उम्मीदवार और कई दिग्गज को धूल चटा कर ...भाड़ी अंतर से विधानसभा पहुंचे...शानदार जीत के साथ ही विधायक जी के लिए मुशीबत शुरू हो गया ....समर्थक और कार्यकर्ता पैरवी करवाने के लिए अधिकारी से कर्मचारी तक को फ़ोन करवाने लगा ...नेता जी सहज उपलब्ध और बीच में ही थे इसलिए जो भी कहा उसके लिए ..फ़ोन कर दिए ...नतीजा ये हुआ की एक एक अधिकारी को एक एक नोट पैड...सिर्फ इनके पैरवी को लिखने के लिए रखना पड़ता था ...शुरू में कुछ दिन तक तो सब ठीक चला ...लेकिन इधर ख़बर मिली है की ...विधायक जी परेशान है  ..........जिले के अधिकारी सुनते नहीं ....कर्मचारी पैरवी करने पर काम उल्टा कर देता है .....थानेदार पार्टी के कार्यकर्ताओं का मजाक उडाता  है...दरअसल हुआ ये है की ...विधायक जी के पैरवी के बाद अधिकारीयों को मुद्र्रा दर्शन नहीं हो रहा था ...और तो और कर्मचारी वाला खर्चा भी समर्थक देना नहीं चाहता है ...अब भैया महंगाई अपने चरम पर है ...ऐसे में घोडा अगर घास से दोस्ती करेगा तो ...बीबी और बच्चों के जूते खायेगा...तो हाकिम और हुक्मरान दोनों ने अघोसित कर्फियु लगा दिया है....विधायक जी का फ़ोन आया नहीं की काम उल्टा करो ....विधायक जी करें तो करें क्या बस एक ही रास्ता है ....प्रेस कांफ्रेंस बुलाओ और जम कर मन की भड़ास निकालो.....रटा रटाया एक ही बात है .."भ्रस्टाचार बरदास्त नहीं किया जायेगा...भ्रस्ताचारियों पर कठोर कारवाई होगी ...भ्रस्टाचार में लिप्त  अधिकारी बख्से नहीं जायेंगे ....रिश्वतखोर सावधान आदि आदि ....." ...अब आप ही बताइए ....अखबार में ख़बर छपने से अगर रिश्वतखोरी बंद होती तो.....अन्ना हजारे रामलीला मैदान की जगह अखबार और टी वी के दफ्तर में ही बैठ कर लोकपाल ले आते .....हलाकि विधायक जी के इस बेबसी का सबे ज्यादा मजा विरोधी नहीं बल्कि अपने ही पार्टी के पड़ोस  वाले विधायक जी ले रहे है......तो इस ख़बर का मोरल ये है की अगर कोई काम पड़ जाये तो विधायक जी से फ़ोन करवाने के बदले खुद ही मेहनत कर लीजियेगा ...वर्ना काम ख़राब हो जाये तो मुझे मत कहियेगा.......की आपका विरोधी उ लाला ,उ लाला कहे कर रहा है ..... 

बुधवार, 8 फ़रवरी 2012

दिल में मेरे है दर्दे डिस्को...बोतल है तो आओ वर्ना खिसको ......

सिंह इज किंग चाचा इन दिनों बहुत परेशां रहते हैं....परेशानी ऐसी है की कहा भी न जाये और सहा भी न जाये .....दरअसल चाचा लखीसराय में पत्रकारिता के एक मात्र जीवित पितामह है ...चालीश साल का अनुभव भी है लिहाजा पत्रकारिता का बचबा सब इनको बहुत सम्मान देता था.....चाचा जब माईलार्ड के साथ रिक्शा पर सवार हो कर जिला पहुँच ते  थे , तब उनकी शान देखते बनती थी ....जिलाधिकारी से लेकर तमाम पदाधिकारी ...सिर्फ एक ही बात कह ते थे .....आइये राईस जी .....चाचा झूठ को सच और सच को झूठ बना बना कर तारीफों के पुल बांधा करते थे .... कोई नेता मिला नहीं की माई लार्ड के साथ पोलो सिंह के होटल में भोजन भी कर लेते थे....वापस लौट कर खबर घर से ही भेजते थे....और फिर शाम का क्लास शुरू ..मुर्गा मिला तो मिला वर्ना माई लार्ड की जेब ढीली ...चाचा बस एक क्वाटर  या एक बियर पीते थे...वक़्त बदला चाचा के सम्बन्ध माई लोर्ड से ख़राब हुआ और अखबार से उनकी विदाई हो गई...कुछ दिन तो इस आस में चाचा जी लिए की फिर वापसी होगी लेकिन ऐसा होना सका ....तब से अब तक चाचा सड़क पर है ....अंगूर की बेटी का आदत हर रोज वाला है इस लिए अब बिना लिए नींद नहीं आती है....एक दिन की बात है एक जूनियर ने पूछ दिया की ... क्या सर हरियाली है की नहीं ....?  चाचा का जखम हरा हो गया....बोले की २ महीने से हलक के नीचे एक बूंद नहीं उतरा ...रातों को नींद नहीं आती है ....जूनियर को चाचा के हाल पर तरश आ गया ....दिन में ही चाचा का गला ठंढे ठंढे बियर से तर करवाया गया .....उस दिन से ये चर्चा है की चाचा अब सिर्फ यही गाते हैं.." दिल में मेरे है दर्दे डिस्को...बोतल है तो आओ वर्ना खिसको "...... 

मंगलवार, 7 फ़रवरी 2012

लखीसराय: सजनवा बैरी हो गए हमार....जिले के एक अधिकारी की पत्नी का दरद ....

लखीसराय: सजनवा बैरी हो गए हमार....जिले के एक अधिकारी की पत्नी का दरद ....

सजनवा बैरी हो गए हमार....जिले के एक अधिकारी की पत्नी का दरद ....

साहब दियारा वाले इलाके में पोस्टेड है .....आरोप है की पत्नी से दुसरे के साथ गलत काम करवाने के लिए दवाब देते है ...पत्नी पतिव्रता है इसलिए शादी के ग्यारह साल तक सब कुछ सह गई...लेकिन अब जा कर मुंह खोला है....मुंह भी खोला तो किस मुए पत्रकार के सामने .....की उसने बस दरद को सुना और खुद सह गया ...दरअसल हुआ ये की टी वि चैनल वाले एक पत्रकार साहब गुजर रहे थे रस्ते से ...ऊपर से आवाज आया की भैया जरा सुनिए....पत्रकार साहब आव देखे न ताव घुस गए घर के अन्दर ...अन्दर गए तो मेहमानवाजी शुरू हो गई...सालों पुराने ज़ख़्म को दिखने का सिलसिला शुरू होगया ...पत्रकार साहब भाबुक  इंसान ठहरे दर्द सुनते सुनते गंभीर हो गए ...समय का पता ही नहीं चला ...अचानक दरवाजे पर दस्तक हुई और साहब सामने ...पत्रकार साहब सोचे भी नहीं थे की मुजरिम इस तरह से सामने होगा इसलिए हरबरा गए...खैर साहब ने सवाल पूछ की तुम कौन ...मेरे घर में क्या कर रहे हो ..पत्रकार बोले की में पत्रकार हूँ.....साहब ने मांग दिया आई कार्ड ...पत्रकार साहब आई कार्ड घर पर भूल आये थे ....अब तो नौबत ऐसी की खुद को पत्रकार साबित करना मुस्किल हो गया खैर किसी तरह ....पत्रकार साहब वंहा से जान छुरा कर भागे ...और अब अकेले में अधिकारी महोदय को सबक सिखाने के नुस्स्खे खोज रहे है....हो सकता है कुछ दिन में ये खबर टी वि पर चले भी ....तो भैया जब भी दुःख दर्द सुनाने के लिए कंही जाओ तो आई कार्ड कम से कम साथ रखो ...वरना दरद बटने के चक्कर में दर्द ले का मत आ जाना ....

लखीसराय में मास्टर बनने के लिए ढिसुम ढिशुम .....

देखिये... नौकरी और भगवान दोनों ही मिलना मुस्किल है ..लेकिन नितीश सरकार में मास्टर साहेब बाला नौकरी मिलने का आशा बेरोजगार भाई सब को जगा है .....कुछ लोगों को मिला भी है और अबकी जब फिर मिलना है ...तो भाई लोग उत्साहित है ......सुशासन  है इसलिए हर काम टाइम से होना चाहिए...शिक्षा बिभाग के जिला वाला बरका साहेब बुलाये तो भाई लोग दौरल आ गया....अब आकर देखता है की कोई सिस्टम से काम हो ही नहीं रहा है....फिर क्या भाई लोगों का गुस्सा सातवे आसमान पर...अधिकारी सब को ढिशुम ढिसुम सुरु हो गया .....अब साहेब बचने के लिए नुका रहे है लेकिन भाई लोग पागल कुता की तरह काटने के लिए दौरा रहा है ...खैर दस बीस फैट के बाद..भाई लोगन को याद आया की उ सब स्टंट मास्टर नहीं ..पढ़ने वाला मास्टर बनने आये है ....तब जा कर भाई सब शांत हुआ.....क्या करिए गा....नौकरी और भगवान मुस्किल से जो मिलते है....

पावरफूल पत्रकार कौन... एक ही न्यूज़ चैनल में तीन के बीच घमासान

ये कहानी है लखीसराय जिले के पत्रकारिता जगत पर एक दशक  तक बेताज बादशाह की तरह राज करने वाले माईलार्ड और अपने आपको भूमिहार जाती का कहने वाले एक फिरंगी चाटुकार (जो अपने आप को पत्रकार कहता है आप भी चाहें तो कह सकते है ..आप की मर्जी ...लेकिन आठ हजार की मासिक मानदेय(वेतन और मानदेय में फर्क है ये जरुर समझिये )पर एक टूटी अटैची लेकर शहर में पहुँचने वाले ...ये जनाब आज की तारीख में एक बोलेरो ,दो ट्रेक्टर, एक रायफल और दो लाख बालू साइड में शेअर के स्वामी  है.....खैर ये हुआ इनका परिचय ...तीसरे सज्जन दिल्ली से पत्रकारिता की पढाई कर अभी बिस्कोमान भवन वाले शहर में पोस्टेड है .....उम्र काफी कम है लिहाजा समझदारी का थोरा आभाव है ...जब डिंग हकने लगेंगे तो हो सकता है बराक ओबमा के साथ डिनर या फिर तेंदुलकर की बीबी अंजलि के साथ जुहू चौपाटी पर सैर की कहानी सुना दे...चलिए अब मुद्दे पर लौट ते है....ये तीन जंतु इन दिनों एक ही रामू के भजन गा रहे है ...एक ही शहर ..एक ही मोहल्ला ...और एक ही बिरादरी के हैं...अब लखीसराय में अगर आप कुछ दिन रह लिए है या कोई सम्बन्ध है ..तो उनसे पूछियेगा की वंहा पत्रकारों में पावरहॉउस कह लाने की चलन इन दिनों जोर शोर पर है ...अब अगर आदमी आपको पावरफूल नहीं समझेगा तो ...पैरवी पैगाम के लिए आप के पास कैसे आएगा....और अगर मुर्गा नहीं आया तो फिर ...दुकानदारी बंद....दुकानदारी बंद तो फुटानी बंद ....फुटानी बंद तो ...अब आप खुदे समझिये ...हम क्या बोलें....बस इस बात को लेकर तीनो के बीच घमासान शुरू है ...वैसे माई लोर्ड की चलती जिले के लोगों ने देखा है ..इसलिए उनको नाम की जरुरत नहीं है ...लेकिन बैनर के अकाल से अभी जूझ रहे है ......देखते जाईये इ तीनो में आखिर बाबा कौन बनता है ....आप लोग भी सुभकामना दीजिये हम भी तीनो को दे देते हैं......
लखीसराय में शिक्षा का स्तर कैसा है ये अगर आप इस जिले से ताल्लुक रखते हैं तो आप से छुपा नहीं होगा..नितीश सरकारमें मानदेय पर बहाल शिक्षक की योग्यता पर भी सवाल नहीं उठाया जाना चाहिए ....किउन की शिक्षा की बेहतरी के लिए कहा जाता है की घर से शुरुआत जरुरी है ...अब सवाल है की अगर माता श्री कम भी पढ़ी लिखी है तो कम से कम बच्चों को बैठने उठने बोलने बतियाने के लिए और अक्षर ज्ञान तो करवा ही सकती है...इस लिए मास्टर साहेब के योग्यता पर सवाल नहीं उठाना चाहिए ...लेकिन अगर मास्टर साहेब स्कूल ही नहीं आयेंगे तो बोलिए की अपना जिला का नौनिहाल सब कैसे अक्षर ज्ञान सीखेगा.......   सोमवार को जिला शिक्षा पदाधिकारी रामजी प्रसाद ने विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया तो वहां की दुखद स्थिति सामने आई। सरकार शिक्षा एवं विद्यालय की स्थिति में सुधार एवं बच्चों के ठहराव के लिए कई कार्यक्रम चला रही है लेकिन विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक ही इसे मूर्त रूप देने में सबसे बाधक बन रहे हैं। जिला शिक्षा पदाधिकारी के निरीक्षण में तीन विद्यालयों के एक दर्जन शिक्षक अनुपस्थित पाए गए। उन्होंने सोमवार को दिन के 10:10 बजे उत्क्रमित मध्य विद्यालय पिपरिया दियारा का निरीक्षण किया तो विद्यालय के सात में से पांच शिक्षक रंजन कुमार, विभा कुमारी, करूणा कुमारी, महेन्द्र कुमार एवं शंभू कुमार अनुपस्थित पाए गए। जबकि प्राथमिक विद्यालय मुड़वड़िया में दिन के 10:35 मिनट पर तीन में से मात्र एक शिक्षक ही उपस्थित थे। वहीं दिन के 10:48 मिनट पर मध्य विद्यालय रेहुआ में पांच शिक्षकों नीलम कुमारी, रंजू कुमारी, सुनील कुमार, वीरेन्द्र प्रसाद सिंह एवं सुनैना देवी अनुपस्थित पाए गए। निरीक्षण में अनुपस्थित शिक्षकों का वेतन बंद करते हुए पत्र निर्गत के तीन दिनों के अंदर स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया गया है। जिला शिक्षा पदाधिकारी श्री प्रसाद ने कहा कि स्पष्टीकरण संतोषजनक होने के बाद ही उक्त सभी शिक्षकों का वेतन निर्गत किया जा सकेगा। अब आप ही बोलिए इनको क्या कहा जाये........